
News India live, Digital Desk : Tax Evasion : इनकम टैक्स की रेड” या “छापा” – ये शब्द सुनते ही बड़े-बड़े व्यापारियों और अमीर लोगों के पसीने छूट जाते हैं। फिल्मों में हमने अक्सर देखा है कि कैसे अधिकारी अचानक किसी के घर या दफ्तर में घुसकर सब कुछ तहस-नहस कर देते हैं। लेकिन असल जिंदगी में यह प्रक्रिया कैसे होती है? इसके नियम क्या हैं और एक आम नागरिक के तौर पर आपके अधिकार क्या हैं? आइए, इसे आसान भाषा में समझते हैं।
सबसे पहले समझें ‘सर्वे’ और ‘रेड’ में फर्क
अक्सर लोग इन दोनों को एक ही समझ लेते हैं, लेकिन इनमें जमीन-आसमान का अंतर है।
-
आयकर सर्वे (Income Tax Survey):
-
यह सिर्फ किसी बिजनेस की जगह (दफ्तर, दुकान, फैक्ट्री) पर ही हो सकता है, घर पर नहीं।
-
यह सिर्फ बिजनेस के समय (Working Hours) में ही किया जा सकता है।
-
इसमें अधिकारी केवल आपके खाते-बही, दस्तावेज, स्टॉक और कैश की जांच कर सकते हैं। वे कुछ भी जब्त (seize) नहीं कर सकते।
-
-
आयकर रेड/छापा (Income Tax Raid/Search):
-
यह बहुत गंभीर मामला होता है और तभी होता है जब विभाग को पक्की जानकारी हो कि व्यक्ति ने भारी टैक्स चोरी की है या काला धन छिपा रखा है।
-
यह किसी भी जगह हो सकता है – घर, दफ्तर, फैक्ट्री या किसी अन्य ठिकाने पर।
-
यह किसी भी समय, यानी दिन या रात में भी हो सकता है।
-
इसमें अधिकारियों के पास तलाशी लेने, ताले तोड़ने और बेहिसाब संपत्ति को जब्त करने का पूरा अधिकार होता है।
-
जब रेड पड़ती है तो क्या होता है?
-
वारंट और पहचान पत्र: टीम सबसे पहले आपको सर्च वारंट और अपना पहचान पत्र दिखाती है।
-
घर सील: घर के सभी आने-जाने के रास्ते सील कर दिए जाते हैं। बिना अधिकारियों की इजाजत के कोई भी व्यक्ति न तो अंदर आ सकता है और न ही बाहर जा सकता है। फोन कनेक्शन भी काट दिए जाते हैं।
-
तलाशी: अधिकारी घर के कोने-कोने, हर व्यक्ति और हर सामान की तलाशी ले सकते हैं।
-
पंचनामा: जो भी सामान या नकदी जब्त की जाती है, उसकी एक लिस्ट बनाई जाती है, जिसे ‘पंचनामा’ कहते हैं। इस पर अधिकारियों, व्यक्ति और दो गवाहों के दस्तखत होते हैं।
एक नागरिक के तौर पर आपके अधिकार क्या हैं?
अगर आपके यहां रेड पड़ती है तो घबराएं नहीं, क्योंकि कानून ने आपको कुछ अधिकार भी दिए हैं:
-
वारंट जांचना: आप अधिकारियों से सर्च वारंट और उनका पहचान पत्र दिखाने के लिए कह सकते हैं।
-
दो गवाह: तलाशी की प्रक्रिया आपके दो जानने वालों या पड़ोसियों (गवाह) के सामने ही होगी।
-
महिला की तलाशी: किसी भी महिला की तलाशी सिर्फ एक महिला अधिकारी ही ले सकती है।
-
भोजन और मेडिकल सुविधा: आप अधिकारियों से भोजन करने या किसी मेडिकल इमरजेंसी में डॉक्टर को बुलाने के लिए कह सकते हैं।
-
बच्चों का स्कूल: आपके बच्चे अपने स्कूल बैग की जांच करवाने के बाद स्कूल जा सकते हैं।
-
पंचनामा की कॉपी: आपको जब्त किए गए सामान की लिस्ट यानी पंचनामा की एक कॉपी लेने का पूरा अधिकार है।
कितना सोना और कैश जब्त नहीं हो सकता?
यह सबसे आम सवाल है। नियम के अनुसार, एक निश्चित सीमा तक सोना जब्त नहीं किया जा सकता, बशर्ते वह आपकी आय से मेल खाता हो:
-
विवाहित महिला: 500 ग्राम सोना
-
अविवाहित महिला: 250 ग्राम सोना
-
पुरुष सदस्य: 100 ग्राम सोना
अगर आपके पास इससे ज्यादा सोना है और आप उसका हिसाब (कहां से आया, कैसे खरीदा) नहीं दे पाते हैं, तो उसे जब्त किया जा सकता है। इसी तरह, अगर घर में मिली नकदी का आप सही स्रोत बता देते हैं, तो उसे जब्त नहीं किया जाता।