मौसम समाचार: वैज्ञानिकों का कहना है कि मानव निर्मित कारणों से होने वाले जलवायु परिवर्तन के कारण दुनिया के चार अरब लोगों या आधी आबादी को मई 2024 और मई 2025 के बीच अत्यधिक गर्मी के एक अतिरिक्त महीने का सामना करना पड़ेगा। इस अत्यधिक गर्मी के कारण बीमारी, मृत्यु, फसल …
Read More »हिमनदों का पिघलाव: भारत समेत छह राष्ट्रों पर गहराता संकट
काठमांडू: ग्लोबल वार्मिंग के कारण दुनिया भर में ग्लेशियर पिघल रहे हैं, जिसके कारण वैज्ञानिकों ने दुनिया भर के देशों को वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने की चेतावनी दी है। ग्लेशियरों को पिघलने से तब तक नहीं रोका जा सकता जब तक कि उन पर …
Read More »बदलता मौसम, बढ़ता संकट: अगले 5 वर्षों में चरम पर गर्मी, सूखा, आग और बाढ़
संयुक्त राष्ट्र (न्यूयॉर्क): संयुक्त राष्ट्र विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में चेतावनी दी है कि अगले पांच वर्षों (2025-2029) में ग्लोबल वार्मिंग से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। बुधवार को प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि इस अवधि के दौरान विश्व का औसत …
Read More »विश्व मौसम संगठन का अलर्ट: अगले 5 वर्षों में गर्मी का भीषण प्रकोप, तत्काल कार्रवाई आवश्यक वरना भारी तबाही
मौसम समाचार: विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) और यूके मौसम कार्यालय के नए पांच-वर्षीय पूर्वानुमानों के अनुसार, दुनिया को कई वर्षों तक तीव्र, रिकॉर्ड तोड़ गर्मी का सामना करना पड़ सकता है, जिससे वैश्विक तापमान और मौसम बेहद खतरनाक स्तर तक पहुंच सकता है। इस बात की 80 प्रतिशत संभावना है …
Read More »महाकुंभ और पर्यावरण: धार्मिक आस्था के साथ प्रकृति संरक्षण की पहल
दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ मेला न सिर्फ आध्यात्मिकता और संस्कृति का प्रतीक है, बल्कि पर्यावरण के लिए एक बड़ी चुनौती भी बन जाता है। हालांकि, भारत के धार्मिक और आध्यात्मिक नेता इस आयोजन को पर्यावरण-अनुकूल बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। ➡️ भारत की 140 करोड़ …
Read More »ग्लोबल वार्मिंग: 2024 बनेगा सबसे गर्म वर्ष, यूरोपीय संघ की चेतावनी
यूरोपीय संघ कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस (C3S) ने घोषणा की है कि वर्ष 2024 रिकॉर्ड पर सबसे गर्म वर्ष बनने जा रहा है। इस साल तापमान ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, और अगले साल भी इसी तरह की गर्मी की संभावना है। यह रिपोर्ट तब सामने आई है …
Read More »