गर्मी के मौसम में लोग अपने शरीर को ठंडक पहुंचाने के लिए ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करते हैं। गर्मी में ठंडे पेय पदार्थ शरीर को कुछ देर के लिए ठंडक और ताजगी प्रदान करते हैं। आजकल के युवाओं में कोल्ड ड्रिंक पीने का चलन काफी बढ़ गया है। लेकिन अगर गर्मी में कोल्ड ड्रिंक्स का अत्यधिक सेवन किया जाए, यानी इनका सेवन सही तरीके से और सीमा में न किया जाए, तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
विशेषज्ञ की राय
गर्मी का मौसम आपके स्वास्थ्य के लिए कई तरह से हानिकारक हो सकता है। इस मौसम में निर्जलीकरण और शरीर का तापमान बढ़ने का खतरा रहता है, जिसके स्वास्थ्य पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। इसीलिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को इस मौसम में खूब पानी पीने, गर्मी से बचने और अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की सलाह देते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको कोल्ड ड्रिंक पीना चाहिए। आप घड़े से पानी पी सकते हैं. यदि आप रात को घर में रखे बर्तन में पानी भर लें और रात को बर्तन के चारों ओर गीला सूती तौलिया रख दें तो पानी फ्रिज जितना ठंडा हो जाता है। यह पानी गर्मी में अधिक ठंडक प्रदान करेगा।
जानिए गर्मी के मौसम में कोल्ड ड्रिंक्स शरीर के लिए कितने हानिकारक हो सकते हैं
डॉ. मीशा दवे के अनुसार, कोल्ड ड्रिंक्स का अधिक सेवन बच्चों में मोटापा, मधुमेह और पाचन संबंधी समस्याओं सहित कई अन्य समस्याओं के बढ़ने का कारण माना जाता है। लोग आमतौर पर इसे अपनी प्यास बुझाने और निर्जलीकरण को रोकने के लिए पीते हैं, लेकिन ज्यादातर लोग यह नहीं जानते कि कुछ प्रकार के ठंडे पेय वास्तव में निर्जलीकरण को कम करने के बजाय इसे बढ़ा सकते हैं। जो लोग अक्सर ठंडे पेय या मीठे पेय पदार्थों का सेवन करते हैं, उनमें पाचन संबंधी समस्याओं का खतरा अधिक होता है।
मोटापे का खतरा: कोल्ड ड्रिंक्स के अधिक सेवन से मोटापे का खतरा बढ़ जाता है। कोल्ड ड्रिंक्स और सॉफ्ट ड्रिंक्स से सबसे बड़ा नुकसान मोटापा है, यानी इनके सेवन से वजन बढ़ता है। जो लोग अक्सर ऐसे पेय पदार्थों का सेवन करते हैं उनका वजन बढ़ने लगता है क्योंकि उनके शरीर में वसा जमा हो जाती है, धीरे-धीरे समस्या गंभीर हो जाती है। क्योंकि शीतल पेय में चीनी के अलावा, ये उच्च कैलोरी वाले पेय भी तेजी से वजन बढ़ाने का कारण बन सकते हैं।
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एक अध्ययन से पता चला है कि नियमित रूप से कोल्ड ड्रिंक पीने वालों में पेट की चर्बी और मोटापा बढ़ने का खतरा अधिक होता है। मोटापे से मधुमेह और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है, जिसके घातक दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
मधुमेह का खतरा
कोल्ड ड्रिंक्स में चीनी की मात्रा अधिक होती है। एक में 8-10 चम्मच चीनी हो सकती है। ऐसे में अगर आप इसका अधिक सेवन करते हैं तो वजन और ब्लड शुगर लेवल दोनों बढ़ने का खतरा रहता है। हार्वर्ड की एक रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने कहा कि बार-बार मीठे पेय पदार्थ पीने से टाइप 2 मधुमेह का खतरा 26% बढ़ जाता है। कोल्ड ड्रिंक्स में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड से एसिडिटी, गैस, अपच और पेट फूलने जैसी समस्याएं होने का भी खतरा रहता है। इसके अलावा, कैफीन युक्त पेय पदार्थ पेट की अंदरूनी परत को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे आपको आगे चलकर कई प्रकार की पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।