हिसार : सेक्टर 33 को हरा-भरा बनाने के लिए पेड़ लगाओ-जीवन बचाओ संस्था द्वारा शुरू की गई मुहिम आवारा पशुओं की भेंट चढ़ती जा रही है। यही नहीं, प्रशासन भी कोई कार्रवाई करने या संस्था का सहयोग करने की बजाय केवल आश्वासन देकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर रहा है।
सेक्टर 33 आरडब्ल्यूए के पूर्व प्रधान एवं पेड़ लगाओ-जीवन बचाओ संस्था के संस्थापक राजपाल नैन, सूबेदार बलवान सिंह, डा. नागेश महर्षि, जगदीश गोदारा, सूबेदार मनोज कुंडू, देव कुमार भाटिया व रत्न लाल श्योकंद ने बुधवार को बताया कि सेक्टर 33 के निवासियों ने पेड़ लगाओ-जीवन बचाओ नामक संस्था बनाई हुई है।
संस्था द्वारा हरी-भरी वसुंधरा की संस्थापक सुनीता रहेजा की टीम व सेक्टरवासियों के सहयोग से सेक्टर में पेड़-पौधे लगाने व उनकी देखभाल करने का अभियान चलाया हुआ है लेकिन इस मुहिम पर आवारा पशुओं द्वारा पानी फेरा जा रहा है।
संस्था के संस्थापक राजपाल नैन ने बताया कि संस्था द्वारा यह कार्य स्वयं अपने खर्चे पर किया जा रहा है लेकिन आवारा पशु सेक्टर में लगाए गए पेड़-पौधों को बर्बाद कर रहे हैं। संस्था ने इस बारे हिसार रेंज के एडीजीपी श्रीकांत जाधव से भी मुलाकात की थी और आवारा पशुओं पर रोक लगाने की मांग की थी। एडीजीपी ने इसको लेकर कुछ अधिकारियों से भी बात की थी और मेयर गौतम सरदाना के कर्नाटक चुनाव से वापस आने पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। राजपाल नैन ने बताया कि संस्था व सेक्टरवासियों को उम्मीद थी कि आवारा पशुओं पर रोकथाम के लिए एडीजीपी कोई ठोस कदम उठाएंगे और शहरवासियों को इस समस्या से छुटकारा मिलेगा लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।