
News India Live, Digital Desk: Strategic Operations : ऑपरेशन सिंदूर भविष्य में अन्य देशों के लिए भी उपयोगी होगा। अन्य देश निश्चित रूप से अपने सैन्य अभियानों की योजना बनाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर का अध्ययन करेंगे। समझें कि ऑपरेशन सिंदूर भविष्य में अन्य देशों के लिए क्यों उपयोगी था। भारत ने 7 मई की मध्य रात्रि को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इसमें पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकवादी शिविरों पर अत्यंत सटीक हमले किये गये। भारतीय सैन्य बलों ने हवाई हमले किये। इसके लिए मिसाइलों और आत्मघाती ड्रोनों का इस्तेमाल किया गया। भारत की कार्रवाई की अनूठी विशेषता यह है कि उसने कोई अतिरिक्त क्षति नहीं होने दी। दूसरे शब्दों में, केवल वे आतंकवादी ही मारे गये जिन्हें निशाना बनाया गया था। किसी अन्य नागरिक को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। इस कार्रवाई के माध्यम से भारत ने अत्यंत सटीकता से हमला करने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। लेकिन इसी दौरान उन्होंने एक और बड़ी बात की, जो अब सामने आई है।
भारतीय वायुसेना ने 7 मई की रात को पाकिस्तान में घुसकर हवाई हमला किया। उस समय पाकिस्तान इस हमले को क्यों नहीं रोक सका? उसकी जानकारी प्रकाश में आ गई है। पाकिस्तान के पास अत्याधुनिक रडार और लड़ाकू विमान भी हैं। लेकिन वे कुछ नहीं कर सकते थे, यह निराशाजनक होगा। क्योंकि जब भारतीय वायुसेना ने यह ऑपरेशन शुरू किया तो इससे पाकिस्तानी रडार जाम हो गया। इसका मतलब यह है कि उन्हें नहीं पता था कि पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में क्या हो रहा था। पाकिस्तान के पास चीन निर्मित एचक्यू 9 मिसाइल बैटरियां और रडार हैं। लेकिन इस वायु रक्षा प्रणाली का रडार जाम हो गया था। इसलिए भारत ने अपना मिशन अत्यंत सटीकता के साथ 23 मिनट में पूरा कर लिया। इससे पता चला कि भारत के पास वर्तमान में पाकिस्तान की तुलना में कहीं अधिक प्रभावी और परिष्कृत प्रणाली है।
इस मामले में भारत पाकिस्तान से काफी आगे है।
पाकिस्तान के पास चीन निर्मित पीएल 15 बीवीआर (दृश्य सीमा से परे) मिसाइलें और कामिकेज़ ड्रोन हैं। लेकिन ये चीनी और तुर्की सामान भारत की वायु रक्षा प्रणाली के सामने अप्रभावी साबित हुए। भारत ने पाकिस्तान द्वारा दागी गई मिसाइलों और ड्रोनों को हवा में ही नष्ट कर दिया। वायु शक्ति में भारत पाकिस्तान से बहुत आगे है।