अफ्रीकी देश लीबिया में डेनियल तूफान और बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। तूफ़ान के बाद 10,000 की आबादी वाले डर्ना शहर के पास दो बांध टूट गए. इससे पूरा शहर तबाह हो गया है. मिली जानकारी के मुताबिक, देश में अब तक 6,900 लोगों की मौत हो चुकी है. आशंका है कि मौतों की संख्या और बढ़ेगी. वहीं, 20 हजार से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं।

लीबिया में बाढ़
लीबियाई सुरक्षा बलों के मुताबिक, 4 देश तुर्की, इटली, कतर और यूएई बाढ़ प्रभावित इलाकों में सहायता मुहैया करा रहे हैं। यहां मेडिकल उपकरण, दवाइयां और खाना पहुंचाया जा रहा है. मिस्र, जॉर्डन, ट्यूनीशिया और कुवैत ने भी मदद करने की बात कही है. संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका भी आपातकालीन निधि जारी कर रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कई इलाकों में शव पानी में तैरते देखे गये हैं. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक समुद्र में शव तैरते देखे गए हैं. यहां के हालात इतने खराब हो गए हैं कि मृतकों को दफनाने तक की जगह नहीं बची है.

लीबिया में बाढ़
जानकारी के मुताबिक, बंदरगाह शहर डर्ना के पास दो तटबंध थे, जो तूफान और बाढ़ के कारण टूट गए. इनमें से एक बांध की ऊंचाई 230 फीट थी. यह बांध पहले ही नष्ट हो गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2002 के बाद इन बांधों का रखरखाव नहीं किया गया। बचाव कार्य में लगे 123 जवानों की पहचान नहीं हो पाई है. यही वजह है कि अब सेना भी बेबस नजर आ रही है. देश के चुनिंदा हवाईअड्डे किसी भी भारी या मालवाहक विमान के वहां उतरने के लिए उपयुक्त नहीं हैं। इस कारण यहां सहायता उपलब्ध कराना कठिन हो रहा है।