मुंबई : राज्य विधानसभा का बजट सत्र (बजट 2023) सोमवार, 27 फरवरी से 25 मार्च, 2023 तक चलेगा. इस सत्र में साल 2023-24 का बजट गुरुवार 9 मार्च को पेश किया जाएगा. विधानसभा एवं विधान परिषद कार्य सलाहकार समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया. विधान भवन में विधान परिषद कार्य सलाहकार समिति की बैठक विधान सभा अध्यक्ष डॉ राहुल नार्वेकर और विधान परिषद कार्य सलाहकार समिति की उपाध्यक्ष डॉ नीलम गोरे की अध्यक्षता में हुई.
9 मार्च को बजट
बैठक में 27 फरवरी से 25 मार्च के बीच होने वाली विधान परिषद व विधानसभा की बैठकों के अस्थाई कलैण्डर पर चर्चा की गई. सत्र सोमवार 27 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू होगा. महाराष्ट्र विधानमंडल के दोनों सदनों में हर सत्र के पहले दिन ‘वंदे मातरम’ के बाद ‘जय जय महाराष्ट्र माजा’ बजाया जाएगा। मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम दिवस के अमृत महोत्सव की बधाई के संबंध में संकल्प दोनों सदनों में रखा जाएगा। 9 मार्च को बजट पेश किया जाएगा.
13 विधायकों को मिलेगी मंजूरी…
साथ ही अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आठ मार्च को दोनों सदनों में इस बारे में विशेष चर्चा होगी. बजट पर तीन दिन और बजट की मांग पर छह दिन चर्चा होगी. विधेयकों में, लगभग 13 विधेयक जैसे प्रस्तावित विधेयक (कैबिनेट स्वीकृति) 5 और प्रस्तावित विधेयक (कैबिनेट स्वीकृति अपेक्षित) 8 इस सत्र में अनुमोदन के लिए रखे जाएंगे। इस अवसर पर दोनों सदनों के कामकाज के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई।
सत्र की अवधि बढ़ाएँ – अजीत पवार
नागपुर का शीतकालीन सत्र तीन सप्ताह तक आयोजित नहीं किया गया था जबकि विपक्षी दलों ने मांग की थी कि नागपुर का शीतकालीन सत्र कम से कम तीन सप्ताह आयोजित किया जाए। इसलिए, विधान सभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार ने आज विधायी मामलों की सलाहकार समिति की बैठक में राज्य में सभी मुद्दों को हल करने के लिए कम से कम पांच सप्ताह के लिए बजट सत्र आयोजित करने की मांग की। इसके पीछे मुख्य उद्देश्य मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम की वर्षगांठ को मराठवाड़ा, महाराष्ट्र के नागरिकों और सभी पार्टियों के नेताओं के साथ मनाना है. नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने मांग की कि सदन में विधानमंडल के सदस्यों द्वारा उठाए गए प्रश्नों का कार्य सलाहकार समिति की बैठक में उचित, बिंदुवार लिखित उत्तर आदि दिए जाएं.