उज्जैन शहर में पिछले कई दिनों से महाकाल मंदिर में सशुल्क दर्शन व्यवस्था का कड़ा विरोध हो रहा है. साधु-संतों के साथ-साथ राजनेताओं ने हिंदू संगठन और मंदिर की धार्मिक व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए हैं, लेकिन इन सबके बीच एक अच्छी खबर यह भी है कि अब उज्जैन के निवासियों को सप्ताह में एक बार निःशुल्क भस्म आरती की जाएगी, जिसके लिए जल्द ही सप्ताह के दिन, भक्तों की संख्या और तिथि तय की जानी है।
सांसद अनिल फिरोजिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उज्जैन के श्रद्धालुओं को सप्ताह में एक दिन निःशुल्क भस्म आरती के दर्शन कराने का प्रस्ताव दिया. जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया है जिसके तहत जल्द ही उज्जैन वासियों को बाबा महाकाल की भस्म आरती के नि:शुल्क दर्शन कराये जायेंगे. उन्होंने बताया कि शहरवासी लंबे समय से भगवान महाकाल के मुफ्त दर्शन की मांग कर रहे थे. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहरवासियों को सप्ताह में एक दिन निःशुल्क भस्म आरती कराने का प्रस्ताव पारित किया है. सांसद ने मुख्यमंत्री से स्वीकृति मिलने के बाद इसकी जानकारी कलेक्टर को दी.
यह सुविधा जुलाई से मिलेगी
इस संबंध में कलेक्टर ने कहा कि महाकाल मंदिर के द्वितीय चरण का निर्माण कार्य अभी चल रहा है, जिसके पूर्ण होने के बाद जुलाई माह से नि:शुल्क सुविधा शुरू कर दी जायेगी.
वर्तमान में भस्म आरती के लिए 200 रुपए शुल्क है
महाकालेश्वर प्रबंधन समिति वर्तमान में भस्म आरती के लिए प्रति व्यक्ति 200 रुपए शुल्क लेती है लेकिन इस सुविधा के बाद उज्जैन वासियों को भस्म आरती दर्शन के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा।