सोनीपत, 13 मई (हि.स.)। सिद्धपीठ सतकुंभा तीर्थ धाम पर पांच धूनों की तपस्या सत्यवान महाराज ने श्रीमहंत राजेश स्वरूप जी महाराज के परम सानिंध्य में आरंभ की है। पीठाधीश्वर श्री महंत राजेश स्वरुप ने साेमवार को कहा कि मानव कल्याण के लिए गुरु गोरखनाथ को समर्पित हठयोग तपस्या है। साधु अपने शरीर को तपाता है।
श्रीमहंत ने कहा कि हठयोग तपस्या विशेष रूप से शारीरिक और मानसिक साधना है। इसमें धारणा, प्राणायाम, ध्यान, आसन और प्रत्याहार के अभ्यास शामिल हैं। इसका मुख्य उद्देश्य आत्मा से साक्षात्कार और आत्मज्ञान की प्राप्ति है। सत्यवान महाराज ने साेमवार को तपस्या आरंभ की।