
News India Live, Digital Desk: SIP Calculator : किसी भी निवेश में अधिक फायदा पाने के लिए सबसे जरूरी बात है—पर्याप्त समय देना। जब बात म्यूचुअल फंड में निवेश की आती है, तो यह नियम और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। म्यूचुअल फंड्स की सबसे अच्छी बात यह है कि आप इसमें व्यवस्थित निवेश योजना (SIP) के माध्यम से आसानी से निवेश कर सकते हैं। यह आपको धीरे-धीरे छोटी-छोटी रकम जमा कर बड़ी पूंजी तैयार करने की सुविधा देता है।
SIP एक ऐसा तरीका है जिसमें हर महीने आपके बैंक खाते से एक निश्चित राशि कटती है और म्यूचुअल फंड में निवेश हो जाती है। भारत में यह निवेश का एक बहुत ही लोकप्रिय तरीका बन चुका है।
SIP के जरिए लंबे समय तक निवेश करने से आपको कंपाउंडिंग यानी चक्रवृद्धि का फायदा मिलता है। कंपाउंडिंग का मतलब है कि आपके शुरुआती निवेश पर मिले ब्याज पर फिर से ब्याज मिलता है। इससे आपकी पूंजी तेजी से बढ़ती है।
उदाहरण के तौर पर, यदि आप अपने करियर की शुरुआत में रोजाना सिर्फ ₹100 (मासिक ₹3000) SIP के माध्यम से निवेश करते हैं, तो रिटायरमेंट तक एक बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं। मान लीजिए आपकी उम्र 25 वर्ष है, और आप अगले 35 वर्षों तक हर महीने ₹3000 SIP निवेश करते हैं। आपकी आय बढ़ने के साथ-साथ आपकी SIP भी हर साल 10% बढ़ जाती है।
मानते हैं कि निवेश पर सालाना औसतन 12% रिटर्न मिलता है। ऐसे में निवेश का ब्रेकडाउन कुछ इस तरह होगा:
- प्रारंभिक निवेश: ₹3000 प्रति माह
- निवेश की अवधि: 35 वर्ष (25 वर्ष की उम्र से 60 वर्ष तक)
- सालाना वृद्धि: SIP में हर साल 10% की वृद्धि
- अनुमानित सालाना रिटर्न: 12%
निवेश का कुल विवरण:
- कुल निवेश: ₹97,56,877
- अनुमानित रिटर्न: ₹4,35,43,942
- कुल राशि (रिटायरमेंट तक): ₹5,33,00,819
इसका मतलब है कि मात्र ₹3000 की मासिक SIP से, जिसे हर साल थोड़ा-थोड़ा बढ़ाया जाए, आप रिटायरमेंट तक ₹5 करोड़ से भी ज्यादा का बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं। यह छोटी-छोटी बचत को बड़ी पूंजी में बदलने की शक्ति है।
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