Siddaramaiah Oath Ceremony: नीतीश से लेकर शरद पवार तक, कर्नाटक शपथ ग्रहण समारोह दिखाएगा विपक्षी एकता

Karnataka CM शपथ ग्रहण समारोह: कर्नाटक में आज चुनी हुई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होने जा रहा है.कांग्रेस नेता सिद्धारमैया मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. कर्नाटक के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में आज कई विपक्षी नेता कर्नाटक पहुंचेंगे.

कर्नाटक के शपथ ग्रहण समारोह में बिहार के सीएम नीतीश कुमार, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन से लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार तक शामिल होंगे. आप इसे 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता का प्रदर्शन कह सकते हैं।

कर्नाटक के शपथ ग्रहण समारोह के जरिए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को कड़ी टक्कर देने के लिए देशभर के गैर-बीजेपी नेता एक मंच पर इकट्ठा होंगे.

शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगी पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, पार्टी नेता काकोली घोष दस्तीदार इस कार्यक्रम में शामिल होंगी. तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने यह जानकारी दी है।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार के अलावा, जिन लोगों ने अपनी उपस्थिति की पुष्टि की है, उनमें स्टालिन, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला शामिल हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल, शिवसेना (यूबीटी), समाजवादी पार्टी, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं को भी आमंत्रित किया है।

शपथ ग्रहण समारोह के लिए लिबरेशन ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी), विदुथलाई चिरुथिगाल काची, राष्ट्रीय लोकदल, केरल कांग्रेस और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को भी आमंत्रित किया गया है।

अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में भाजपा का सामना करने के लिए विपक्षी एकता पर जोर दे रहे नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें शपथ ग्रहण समारोह के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आमंत्रित किया है।

नीतीश कुमार ने कहा, ‘यह (कर्नाटक विधानसभा चुनाव) एक महत्वपूर्ण चुनाव था। इसके अलावा मेरी उनसे (सिद्धारमैया) पुरानी दोस्ती है। मैं कल जाऊंगा।’

हालांकि, केरल में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) ने शपथ ग्रहण समारोह में राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को आमंत्रित नहीं करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की है।

एलडीएफ के संयोजक ईपी जयराजन ने केरल के कन्नूर में कहा, ‘कांग्रेस के कदम ने साबित कर दिया है कि वह भाजपा की ‘फासीवादी’ राजनीति के खिलाफ देश की धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक ताकतों को एकजुट करने के अपने मिशन को पूरा नहीं कर सकती।’ कांग्रेस केरल में विपक्षी यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) का नेतृत्व करती है।

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