शिमला लोकसभा सीट: कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी और भाजपा के सुरेश कश्यप करोड़ों की संपति के मालिक

शिमला, 13 मई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में अंतिम चरण में एक जून को होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के सुरेश कश्यप और कांग्रेस के विनोद सुल्तानपुरी ने सोमवार को शिमला लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किए। दोनों ही नेताओं ने अपने-अपने नामांकन के जरिये शक्ति प्रदर्शन भी किया। दोनों प्रत्याशी करोड़ों की संपति के मालिक हैं। विनोद सुल्तानपुरी संपति के मामले में भाजपा उम्मीदवार सुरेश कश्यप से आगे हैं। विनोद सुल्तानपुरी की चल-अचल संपति नौ करोड़ से अधिक है। वहीं सुरेश कश्यप के पास चार करोड़ से ज्यादा की चल-अचल संपति है।

विनोद सुल्तानपुरी के नाम करोड़ों की चल-अचल संपति

45 लाख की लग्ज़री कार के शौकीन हैं कांग्रेस प्रत्याशी

लोकसभा के चुनाव में पहली बार किस्मत आजमा रहे 42 वर्षीय विनोद सुल्तानपुरी को सियासत विरासत में मिली है। उनके दिवंगत पिता केडी सुल्तानपुरी के नाम शिमला लोकसभा सीट से लगातार छह बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड है। चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के मुताबिक विनोद सुल्तानपुरी के पास 65 लाख और पत्नी के पास 17.76 लाख की चल संपति है। विनोद सुल्तानपुरी की चल संपति में 14 लाख की कीमत के आभूषण, 35 हज़ार की बन्दूक और दो गाड़ियां हैं। इनमें एक लग्ज़री गाड़ी है। उनके पास 45 लाख की कीमत वाली टोयटा फॉरच्यूनर है। वह 8.40 करोड़ की अचल संपति के मालिक हैं। उन पर 73.87 लाख की देनदारियां हैं। इनमें 46.94 लाख का हाउस लोन शामिल है। विनोद सुल्तानपुरी ने 2006 में पुणे लॉ कॉलेज से लॉ की डिग्री हासिल की है।

सुरेश कश्यप की बढ़ी संपति, करोड़ों के मालिक

सुरेश कश्यप शिमला से वर्तमान सांसद है। वह 2019 में पहली बार सांसद बने थे। सुरेश कश्यप करोड़ों की सम्पति के मालिक हैं। चुनावी हलफनामे के अनुसार उनके पास 62 लाख 60 हजार की चल संपत्ति है। जबकि उनकी पत्नी के नाम 60 लाख 49 हज़ार की संपति है। इसमें सुरेश कश्यप के पास दो चार पहिया वाहन के अलावा सौ ग्राम सोन के आभूषण के अलावा 18 हजार नकद शामिल है। इसके अलावा सुरेश कश्यप

के नाम अढ़ाई करोड़ और पत्नी के नाम 52 लाख की अचल संपति है। सुरेश कश्यप पर 51 लाख की देनदारियां भी हैं। पिछले पांच वर्ष में सुरेश कश्यप की चल व अचल संपति में बढ़ोतरी हुई है।

सुरेश कश्यप की उम्र 53 साल है और उनकी उच्च शेक्षणिक योग्यता हिमाचल विवि से पब्लिक एडमिस्ट्रेशन में एमफिल की है।