Share Market : सेंसेक्स और निफ्टी 50 में शुक्रवार को लगातार दूसरे सत्र में गिरावट जारी रही। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव तथा इसके परिणाम को लेकर अनिश्चितता के कारण निवेशक सतर्क बने रहे, जिससे गिरावट परिलक्षित हुई। एक तरफ निफ्टी 50 1.10 फीसदी की गिरावट के साथ 24,008 पर बंद हुआ, तो वहीं दूसरी तरफ बीएसई सेंसेक्स भी 1.10 फीसदी की गिरावट के साथ 79,454 पर बंद हुआ।
हालांकि, इस दौरान बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों ने बढ़त हासिल की और अच्छा प्रदर्शन किया, जिनमें क्रमशः केवल 0.10 प्रतिशत और 0.30 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। साप्ताहिक स्तर पर देखें तो सेंसेक्स में 1.30 फीसदी और निफ्टी 50 में 1.40 फीसदी की गिरावट आई। इससे दोनों बेंचमार्कों में तीन सप्ताह से जारी बढ़ोतरी का सिलसिला टूट गया।
निवेशकों को 2 लाख करोड़ रुपए का नुकसान
बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण पिछले सत्र के 418.50 लाख करोड़ रुपये से घटकर लगभग 416.8 लाख करोड़ रुपये रह गया। इसके कारण निवेशकों को एक ही सत्र में करीब 2 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।
ये हैं शीर्ष नुकसान उठाने वाले और शीर्ष लाभ पाने वाले।
अगर हम निफ्टी 50 पैक में शीर्ष लाभार्थियों पर नजर डालें तो टाइटन कंपनी 4.19 प्रतिशत की बढ़त के साथ शीर्ष लाभार्थी रही। इसके बाद टाटा मोटर्स में 3.76 प्रतिशत, एलएंडटी में 3.62 प्रतिशत, बीईएल में 2.84 प्रतिशत तथा हीरो मोटोकॉर्प में 1.41 प्रतिशत की तेजी रही।
यदि हम निफ्टी 50 पैक में शीर्ष हारने वालों पर नजर डालें तो आईसीआईसीआई बैंक सबसे अधिक 3.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ शीर्ष पर रहा। इसके बाद पावर ग्रिड में 2.91 प्रतिशत, ग्रासिम इंडस्ट्रीज में 2.37 प्रतिशत, श्रीराम फाइनेंस में 2.34 प्रतिशत तथा अल्ट्राटेक सीमेंट्स में 2.3 प्रतिशत की गिरावट रही।
क्षेत्रीय सूचकांक
निफ्टी बैंक और वित्तीय सेवा सूचकांकों में क्रमशः 1.42 प्रतिशत और 1.84 प्रतिशत की तीव्र गिरावट देखी गई। क्षेत्रीय सूचकांकों में निफ्टी रियल्टी सूचकांक में सबसे अधिक 2.38 प्रतिशत की गिरावट आई। निफ्टी प्राइवेट बैंक के शेयरों में 1.29 प्रतिशत की गिरावट आई। हालांकि, निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स में 1.59 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। इसके अलावा, उपभोक्ता वस्तुओं और मीडिया सूचकांक में लगभग 1 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।