कोडरमा, 11 सितंबर (हि.स.)। दैनिक वेतनभोगी, संविदाकर्मी और आउटसोर्सिंग कर्मियों को स्थाई करने, शत-प्रतिशत मानदेय या वेतन राज्य सरकार द्वारा आवंटित करने, नियमानुसार प्रोन्नति देने, पीएफ भविष्य निधि और ईएसआई का लाभ देने, जीवन बीमा से जोड़ने, सामाजिक सुरक्षा के तहत सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन देने आदि मांगों को लेकर 23 अगस्त से निकायकर्मियों की जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल के समर्थन में बुधवार को कोडरमा हनुमान मंदिर चौक से कोडरमा बाजार होते हुए नगर पंचायत कार्यालय तक सफाई कर्मियों ने जुलूस निकाल नारेबाजी की।
इसमें झारखंड सरकार होश में आओ, न्यूनतम 26 हजार वेतन देना होगा, दैनिक वेतनभोगी और आउटसोर्सिंग कर्मियों को स्थाई करना होगा, समान काम का समान वेतन देना होगा, मजदूर विरोध लेबर कोड वापस लो आदि नारे लगाये जा रहे थे। कोडरमा गांधी चौक पर लोकल बॉडीज इम्पलाइज फेडरेशन के अध्यक्ष मुरारी मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई नुक्कड़ सभा में आंदोलन का समर्थन करते हुए सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान ने कहा कि सफाई कर्मियों की हड़ताल के बीस दिन के बाद भी झारखंड सरकार नींद में है। पूरे राज्य में शहरों की सफाई व्यवस्था ठप है, कुड़ा कचरा का अंबार लगा हुआ है।
पासवान ने कहा कि नगर निकाय के दैनिक वेतनभोगी और आउटसोर्सिंग सफाई कर्मियों की मांग जायज है। ये लोग समाज का सबसे निचला काम करते हैं, जो कोई नहीं करना चाहता है। नाली सफाई से लेकर शौचालय की टंकी तक की सफाई करते हैं। इन्हें उचित सम्मान और समान काम का समान वेतन मिलना चाहिए। पदाधिकारियों के द्वारा इनका शोषण बंद होना चाहिए। काम के दौरान दुर्घटना होने पर सामाजिक सुरक्षा की गारंटी हो। सभा को सीटू के महेन्द्र तुरी, मुरारी मनोहर यादव, सियाराम, राजेश दास, कन्हैया कुमार, पवन कुमार ने सम्बोधित किया।
जूलूस में राधेश्याम दास, मनीष कुमार, किसुन दास, अजय दास, भागी दास, सनोज भूइयां, दुर्गी दास, कैलाश दास, सन्नी, विक्की, सुनील, केदार, हिरामन, बालदेव, राजेश मेहतर, किसुन दास, गोलू, अमर, रवि, मंजू, लीलो, सरिता, मुन्नी, टुनुवा, मीना, सविया, रीतू, देवंती, लीला, मालो, मीना, अमला, रेणु, चंदवा, कविता सहित दर्जनों दैनिक वेतनभोगी और आउट सोर्सिंग सफाई कर्मी शामिल थे।