Sabarkantha: साबरकांठा के इस गांव में 75 फीसदी घरों पर लगा सोलर रूफटॉप सिस्टम, ग्राम सभा से ही किसानों को मिला लॉन

साबरकांठा : साबरकांठा जिले के तखतगढ़ गांव में लगभग 125 घर हैं, जिनमें से 75 घरों में सोलर रूफटॉप सिस्टम लगा हुआ है, हालांकि सोलर सिस्टम लगाने के लिए स्थानीय सोसायटी द्वारा कर्ज दिया जाता है, यह कर्ज साधारण वार्षिक किश्तों में भी दिया जाता है, जिससे 75 फीसदी घरों में सोलर रूफटॉप सिस्टम लगा है. सोलर रूफटॉप सिस्टम के साथ सफलतापूर्वक स्थापित किया गया है।

साबरकांठा जिले के प्रांतिज तालुका का तखतगढ़ गांव इस प्रकार लगभग 125 घरों वाला यह गांव ज्यादातर कृषि पर निर्भर है, जब गांव में सोलर रूफटॉप सिस्टम लगाने की बात चल रही थी लेकिन डेढ़ से दो की लागत से सोलर रूफटॉप सिस्टम लगाने की बात चल रही थी. गाँव के कृषक परिवारों के लिए लाख रुपये संभव नहीं थे, हालाँकि गाँव के स्थानीय नेताओं और मंत्री के अध्यक्ष सरपंच ने संघ से ऋण वितरण की सुविधा दी, जिसके परिणामस्वरूप गाँवों में 75 प्रणालियाँ स्थापित की गईं। साबरकांठा सहकारी बैंक के माध्यम से स्थानीय सेवा सहकारी समिति द्वारा एक व्यक्ति को 1 लाख 30 हजार का ऋण दिया गया था, जिससे आज गांव में 75 प्रतिशत सोलर सिस्टम लगाया जा चुका है, जिससे बड़ी राहत मिली है. बिजली के बिल में, साथ ही खर्च में भारी कमी देखने को मिल रही है साथ ही सौर ऊर्जा से सरकारी बिजली की खपत भी कम हुई है.

सौर प्रणाली को लाभ पहुंचाने के लिए राज्य सरकार द्वारा रूफटॉप सिस्टम पर सब्सिडी की भी घोषणा की गई और सरकार के बिजली विभाग ने भी उत्पादन में सब्सिडी की घोषणा की।हालांकि डेढ़ से दो लाख रुपये खर्च होने से मध्यमवर्गीय परिवारों पर बोझ है.हालांकि तख्तगढ़ ग्राम पंचायत और गांव ने सराहनीय काम किया जिसमें गांव में सेवा सहकारी समिति को बिचौलिया बनाया गया और साबरकांठा जिला सहकारी बैंक से एक लाख 30 हजार रुपये तक का ऋण प्राप्त करने की व्यवस्था की गई ताकि गांव में सोलर रूफटॉप सिस्टम स्थापित किया जा सके और किसानों को मौसम के अनुसार वर्ष के दौरान एक आसान किश्त में ऋण मिल सके. आज गांव के नेता गांवों में न केवल 75 प्रतिशत सोलर रूफटॉप सिस्टम लगाने में सफल हुए हैं, बल्कि सोलर रूफटॉप सिस्टम लगाने के बाद बिजली का बिल नहीं चुकाते हैं, हालांकि जो सालाना बिजली बिल आता है उसमें यूनिट से ज्यादा जमा होता है जिससे साल भर में खपत हुई अतिरिक्त यूनिट का पैसा भी वापस मिल जाता है।तखतगढ़ गांव के किसान परिवारों को दोहरा फायदा हो रहा है।

एक ओर राज्य सरकार राज्य के लोगों के लिए कई सहायता योजनाओं की घोषणा करती है, लेकिन कुछ विसंगतियों के कारण लोग पूरा लाभ नहीं उठा पाते हैं, ऐसा इस गांव में हुआ, लेकिन गांव के लोगों के सहयोग से और स्थानीय समाज की विसंगतियों को आज दूर कर ग्रामीणों को सोलर रूफटॉप सिस्टम का लाभ मिल रहा है

 

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