शनिवार के उपाय: शनिवार को न्याय का देवता भी कहा जाता है। यह सभी को पूर्व जन्म से लेकर वर्तमान तक किये गये कर्मों का फल देता है। शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार दंड भी देते हैं। जब शनिदेव कर्म के अनुसार फल देते हैं तो जीवन में कष्ट भी बढ़ने लगते हैं। ऐसे में ज्योतिष में बताए गए कुछ उपाय शनि के प्रकोप को शांत कर सकते हैं।
शनि के प्रकोप से बचने के उपाय
कर्म के अनुसार फल देने के बावजूद शनिदेव लोगों पर मेहरबान रहते हैं। शनिदेव बिना कारण किसी व्यक्ति को दंड नहीं देते। अगर कोई व्यक्ति अच्छे कर्म करता है तो वह शनिदेव के प्रकोप से बचा रहता है। अगर आप शनिदेव की सजा से बचना चाहते हैं तो कुछ उपाय भी बताए गए हैं। खासतौर पर जिन राशि वालों पर साढ़ेसाती या पनोती चल रही है उन्हें ये उपाय करना चाहिए।
ब्रह्म पुराण का एक अचूक उपाय
ब्रह्म पुराण के 118वें अध्याय में स्वयं शनिदेव ने कहा है कि जो व्यक्ति शनिवार के दिन पीपला वृक्ष को छूकर उसकी पूजा करेगा, उसके सभी कार्य बिना किसी बाधा के पूरे होंगे। जो व्यक्ति शनिवार के दिन पिपला की पूजा करता है उसे शनि से संबंधित कोई भी पीड़ा नहीं झेलनी पड़ती है। जो लोग शनिवार की सुबह उठकर पिप्पला वृक्ष का स्पर्श भी करते हैं, उन पर शनि की पीड़ा नहीं रहेगी।
शनिवार का अचूक उपाय
शनिवार को पीपे को दोनों हाथों से छूकर 108 बार ओम नमः शिवाय का जाप करें। ऐसा करने से किसी भी प्रकार का कष्ट, समस्या या ग्रह दोष दूर हो जाता है। पद्म पुराण में यह भी कहा गया है कि शनिवार के दिन शाम के समय लोटे में जल चढ़ाना चाहिए और दीपक जलाना चाहिए। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं और सभी कष्ट दूर कर देते हैं।