धन के उपाय : भौतिक जीवन में सभी प्रकार की सुख-सुविधाओं को प्राप्त करने के लिए धन की आवश्यकता होती है। प्रत्येक व्यक्ति धन कमाने के लिए उन्नति करना चाहता है। वह अपनी पहचान बनाने के लिए दिन-रात काम करता है। लेकिन कई लोगों की शिकायत होती है कि मेहनत करने के बावजूद उन्हें मनचाहा पैसा और प्रमोशन नहीं मिल पाता है। सनातन धर्म में महिलाओं को मां लक्ष्मी का दर्जा दिया गया है। धर्म ग्रंथों में स्त्रियों को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करने से घर धन-धान्य से भर जाता है। आज हम आपको ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं, जिन्हें करने से घर की लक्ष्मी घर में धन-धान्य से भर जाती हैं।
भोजन से पहले स्नान करें
जब भी खाना बनाएं तो खाना बनाने से पहले नहा लें। उसके बाद ही किचन में प्रवेश करें। किचन एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है। भोजन बनाते समय पूरी साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए। ऐसे घर में बिना स्नान के भोजन बनाना अन्न और अग्नि के देवता और दरिद्रता का अपमान है।
स्वच्छता
किचन को हमेशा साफ रखें। रात के समय पड़े हुए बर्तनों को या किचन को गंदा न रहने दें। ऐसा करने से मां अन्नपूर्णा और मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। ऐसे में घर में कभी भी लक्ष्मी जी का वास नहीं होता है। खाना पकाने से पहले और बाद में चूल्हे को अच्छी तरह से साफ कर लें।
टूटे बर्तन
घर में कभी भी टूटे-फूटे बर्तन नहीं रखने चाहिए। इससे घर में दरिद्रता आती है। घर में हमेशा अच्छे बर्तन रखने चाहिए।
भगवान का आनंद लें
खाना बनाने के बाद सबसे पहले भगवान को भोग लगाएं और फिर पहली रोटी गाय को दें। आखिरी रोटी कुत्ते को दे दो। पशुओं को चराने से बहुत पुण्य मिलता है। सनातन धर्म में गाय की पूजा मानी जाती है। पहली रोटी गाय को खिलाने से देवता प्रसन्न होते हैं। घर में हमेशा खुशियां बनी रहती हैं।
बुरा विचार
खाना बनाते समय हमेशा सकारात्मक रहें। साथ ही प्यार का एहसास भी बनाए रखें। भगवान और अपने परिवार के लिए भोजन बनाते समय आपके मन में अच्छी भावना होनी चाहिए। साथ ही खराब बोलने से खाने में नकारात्मकता भर जाएगी। ऐसा भोजन करने से रोग और कष्ट की प्राप्ति होती है। वहीं, मां अन्नपूर्णा नाराज हो जाती हैं। भोजन पकाते समय यदि मन में झगड़ा, क्रोध या कुविचार आए तो परिवार का धन व्यर्थ जाने लगता है।