शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जम्मू एवं कश्मीर बैंक पर नियामकीय अनुपालन में कमियों के लिए महत्वपूर्ण कार्रवाई की। इसके परिणामस्वरूप, बैंक के शेयर में गिरावट आई और ट्रेडिंग के अंत में यह लगभग 2 प्रतिशत घटकर 90 रुपये पर आ गया। फरवरी 2024 में, यह शेयर 152.45 रुपये के स्तर पर पहुंच गया था, जो कि इसके 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर के रूप में जाना जाता है। वहीं, शेयर का 52-सप्ताह का निचला स्तर 86.70 रुपये था, जो 13 जनवरी 2025 को दर्ज किया गया था।
आरबीआई की कार्रवाई के कारण
जम्मू-कश्मीर बैंक पर वित्तीय समावेशन, बैंकिंग सेवाओं की पहुंच, बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट (बीएसबीडीए), केवाईसी, और ऋण से संबंधित मानदंडों के उल्लंघन के लिए 3.31 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके अतिरिक्त, आरबीआई ने बैंक ऑफ इंडिया और केनरा बैंक पर भी जुर्माना लगाया है। बैंक ऑफ इंडिया पर 1 करोड़ रुपये का और केनरा बैंक पर 1.63 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है, जो बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 के कुछ प्रावधानों का पालन नहीं करने के कारण है।
तिमाही नतीजों में वृद्धि
जम्मू-कश्मीर बैंक ने चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 26.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 531 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया, जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही में यह 421.08 करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में, बैंक का मुनाफा 32.7 प्रतिशत बढ़कर 1,497.92 करोड़ रुपये हो गया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 1,128.60 करोड़ रुपये था।
शेयरहोल्डिंग पैटर्न
बैंक के शेयरहोल्डिंग पैटर्न में प्रमोटर्स के पास 59.40 प्रतिशत की हिस्सेदारी है, जबकि पब्लिक शेयरहोल्डिंग 40.60 प्रतिशत है। बैंक में जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का 1.33 प्रतिशत की हिस्सेदारी है, जो 1,46,41,715 शेयरों के बराबर है।