चम्पावत, 22 मार्च (हि.स.)। जिला मुख्यालय में होली के शुभारंभ अवसर पर बांधी जाने वाली चीर (निशान) को ही शरारती तत्वों चुरा लिया। चम्पावत बाजार के मल्लीहाट से चीर चोरी होने की जानकारी मिलते ही लोग सकते में आ गए। चीर गुरुवार की रात को चोरी हुई। शुक्रवार की सुबह मामले की जानकारी होने पर पुलिस ने दिन भर खोजबीन के बाद उसे बरामद भी कर लिया गया आरोपियों के माफी मांगने पर मामला सुलझ गया। पुलिस ने चारों आरोपियों का पुलिस एक्ट में चालान किया है।
नगर के मल्लीहाट की होली/चीर 100 साल से भी पुरानी है। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष सुधीर साह बताते हैं कि एक साल को छोड़ यह चीर लगातार मल्लीहाट के तयशुदा जगह पर बांधी जाती रही। बस एक बार इसे नागनाथ मंदिर में बांधा गया था। मान्यता है कि चीर बंधन से बुरी शक्तियों का प्रवेश नहीं होता और सुख-शांति-समृद्धता आती है। होलिका दहन के दिन इसे दहन किया जाता है।
इस बार होलिकाष्टमी के दिन 20 मार्च को मुहूर्त के हिसाब से चीर का बंधन किया गया। मोहल्ले के तमाम घरों से एक-एक नए कपड़े के रंग बिरंगे टुकड़े चीर के रूप में लंबे लोहे के पाइप में बांधे गए, लेकिन 22 मार्च की सुबह चीर मय पाइप गायब थी। वाकये की जानकारी लगने पर मोहल्ले के लोग सकते में आ गए।
मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सीओ बीसी पंत व कोतवाल योगेश उपाध्याय के नेतृत्व में पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने चीर और लोहे के पाइप को बरामद किया। आरोपियों के माफी मांगने और चीर को मल्लीहाट में उसी जगह बांधने पर मल्लीहाट होली कमेटी ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कराया। कोतवाल योगेश उपाध्याय का कहना है कि चारों आरोपियों को पुलिस एक्ट में चालान करके चेतावनी देकर छोड़ा गया।