
प्रतापगढ़: राजस्थान के प्रतापगढ़ में जेल सुधार और कैदियों के पुनर्वास की दिशा में एक बहुत ही सराहनीय और अनोखा कदम उठाया जा रहा है। यहां की खुली जेल (ओपन जेल) में अब एक ऐसा पेट्रोल पंप खुलने जा रहा है, जिसका पूरा संचालन खुद जेल के कैदी ही करेंगे। इस पहल का नाम ‘आशाएं’ रखा गया है, जो वाकई इन कैदियों के जीवन में नई उम्मीदें जगाने का काम करेगा।
यह पेट्रोल पंप मंदसौर हाईवे पर स्थित होगा। जेल अधीक्षक पारसमल जांगिड़ ने बताया कि इस पहल के लिए 10 से 12 ऐसे कैदियों का चयन किया जाएगा, जिनका आचरण जेल में बहुत अच्छा रहा हो। इन चुने हुए कैदियों को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) की तरफ से पेट्रोल पंप चलाने की पूरी ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे अपना काम पेशेवर तरीके से कर सकें।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य कैदियों को अपराध की दुनिया से निकालकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है। यहां काम करने के बदले कैदियों को वेतन भी मिलेगा। इस कमाई से वे न सिर्फ आत्मनिर्भर बनेंगे, बल्कि अपने परिवार का आर्थिक रूप से सहारा भी बन सकेंगे। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और जेल से रिहा होने के बाद उन्हें एक नया और सम्मानजनक जीवन शुरू करने में मदद मिलेगी।
उदयपुर संभाग में यह अपनी तरह की पहली और एक ऐतिहासिक पहल है। यह योजना इस बात का सबूत है कि सही मौका और ट्रेनिंग देकर कैदियों को सुधारा जा सकता है और उन्हें समाज का एक जिम्मेदार नागरिक बनाया जा सकता है।