Political Statement : हिमाचल में बाढ़ का कहर, मंडी की सांसद कंगना कहां हैं? जेपी नड्डा को पत्रकारों ने घेरा

 Political Statement : हिमाचल में बाढ़ का कहर, मंडी की सांसद कंगना कहां हैं? जेपी नड्डा को पत्रकारों ने घेरा
Political Statement : हिमाचल में बाढ़ का कहर, मंडी की सांसद कंगना कहां हैं? जेपी नड्डा को पत्रकारों ने घेरा

News India live, Digital Desk : Political Statement : हिमाचल प्रदेश इन दिनों कुदरत के कहर का सामना कर रहा है। भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन ने प्रदेश भर में तबाही मचा रखी है। सड़कें टूट गई हैं, पुल बह गए हैं, और हजारों लोग मुश्किलों में फंसे हैं। ऐसे संकट के समय में, लोगों की निगाहें अपने चुने हुए प्रतिनिधियों पर होती हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र, जहाँ से हाल ही में अभिनेत्री कंगना रनौत सांसद चुनी गई हैं, वहाँ भी बाढ़ का खासा असर है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी था कि आपदा की इस घड़ी में उनकी सांसद कहां हैं?

पत्रकारों ने JP नड्डा से पूछा सीधा सवाल
मंगलवार को जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शिमला में थे, तो पत्रकारों ने उनसे यही सीधा सवाल पूछ लिया: “हिमाचल में इतनी बड़ी आपदा है, मंडी से सांसद कंगना रनौत कहां हैं? वह कब आएंगी और बाढ़ पीड़ितों की सुध लेंगी?” यह सवाल केवल पत्रकारों का नहीं, बल्कि उन लाखों लोगों का था जो अपनी सांसद को अपने बीच देखना चाहते थे।

नड्डा का जवाब: ‘वह दिल्ली में हैं और जल्द आएंगी’
जेपी नड्डा ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कंगना का बचाव किया। उन्होंने कहा, “वह दिल्ली में हैं और उन्होंने सांसद पद की शपथ ली है। वह लगातार प्रशासन के संपर्क में हैं और मंडी के हालात पर नजर रख रही हैं।” नड्डा ने यह भी बताया कि कंगना रनौत ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह “बहुत जल्द” मंडी का दौरा करेंगी।

नड्डा ने आगे कहा कि भाजपा के सभी कार्यकर्ता और नेता इस मुश्किल समय में लोगों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रयासों की भी सराहना की, जो खुद प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं। नड्डा के बयान का मकसद स्पष्ट था – कंगना का बचाव करना और यह बताना कि पूरी पार्टी एकजुट होकर राहत कार्यों में लगी हुई है।

आपदा का दर्द और उम्मीदें
हिमाचल में स्थिति बेहद गंभीर है। नदियाँ उफान पर हैं, कई जगह बादल फटने की घटनाएं हुई हैं, और सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं। सड़कों के कटने से पर्यटक और स्थानीय लोग कई जगहों पर फंसे हुए हैं। ऐसे में, एक सांसद की उपस्थिति लोगों को न केवल भावनात्मक सहारा देती है, बल्कि उन्हें यह भरोसा भी दिलाती है कि उनकी आवाज सुनी जा रही है और मदद उन तक पहुंचेगी।

Uddhav Thackeray’s roar after Loksabha victory: देवेंद्र फडणवीस पर तीखा हमला, कहा कलंक का टीका