सिक्किम में एक ऐसी खूबसूरत जगह है जो आपको स्वर्ग जैसा अनुभव देगी। हम बात कर रहे हैं युमथांग वैली की। सिक्किम की राजधानी गंगटोक से लगभग 140 किमी उत्तर में स्थित इस घाटी को “फूलों की घाटी” के नाम से भी जाना जाता है। यहां आप तरह-तरह के खूबसूरत फूल खिले हुए देख सकते हैं। अगर आप सिक्किम की यात्रा की योजना बना रहे हैं तो इस जगह पर जाना न भूलें। 3,564 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह घाटी रोमांच और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक प्रमुख स्थान है।
युमथांग घाटी क्यों खास है?
युमथांग घाटी विशेष रूप से अपने आश्चर्यजनक दृश्यों के लिए जानी जाती है। घाटी रोडोडेंड्रोन फूलों (राज्य फूल) की 24 से अधिक प्रजातियों का घर है जो फरवरी से जून तक खिलते हैं। घाटी में कई गर्म झरने भी हैं जो विभिन्न त्वचा रोगों को ठीक करने के लिए जाने जाते हैं। आप यहां ट्रैकिंग और कैंपिंग जैसी गतिविधियों का भी आनंद ले सकते हैं।
युमथांग घाटी के लिए आवश्यक सुझाव
युमथांग घाटी की अपनी यात्रा की योजना हमेशा गर्म कपड़ों के साथ बनाएं क्योंकि यह स्थान काफी ऊंचाई पर स्थित है, जिसके परिणामस्वरूप मौसम में उतार-चढ़ाव होता रहता है।
युमथांग घाटी में कोई एटीएम सुविधा नहीं है, इसलिए अपने साथ कुछ नकदी अवश्य रखें।
सीधे युमथांग पहुंचना थका देने वाला हो सकता है, इसलिए सलाह दी जाती है कि पहले गंगटोक से लाचुंग जाएं और रात भर वहीं रुकें। अगली सुबह युमथांग के लिए प्रस्थान।
युमथांग घाटी की यात्रा के लिए एक विशेष परमिट की आवश्यकता होती है, इसलिए अपनी यात्रा से पहले इसे प्राप्त करना सुनिश्चित करें।
युमथांग घाटी घूमने का सबसे अच्छा समय
युमथांग घाटी की यात्रा का सबसे अच्छा समय फरवरी से जून तक है। सितंबर से दिसंबर तक घाटी बर्फ से ढकी रहती है।
युमथांग घाटी कैसे पहुँचें?
युमथांग घाटी गंगटोक से लगभग 150 किमी दूर स्थित है। यहां पहुंचने के लिए सड़क मार्ग सबसे अच्छा विकल्प है। युमथांग घाटी पहुंचने के लिए सबसे पहले गंगटोक से लाचुंग पहुंचें और फिर वहां से युमथांग की ओर बढ़ें। लाचुंग से युमथांग पहुंचने में लगभग 50 मिनट लगते हैं।