
News India Live, Digital Desk: Physical activity : कल्पना कीजिए… आप बिना सिगरेट छुए, अपनी सेहत को वैसे ही नुकसान पहुंचा रहे हैं, जैसे एक चेन स्मोकर। चौंक गए? विशेषज्ञ कहते हैं कि लगातार 8-9 घंटे एक जगह बैठकर काम करना (डेस्क जॉब), नए जमाने का ‘धूम्रपान’ बन गया है – यानी यह उतना ही खतरनाक है, जितना धूम्रपान। हमारा आरामदायक ऑफिस चेयर हमें धीरे-धीरे कई गंभीर बीमारियों की तरफ धकेल रहा है, जिसका एहसास अक्सर हमें तब होता है जब बहुत देर हो चुकी होती है।
आधुनिक जीवनशैली ने हमें गतिहीन बना दिया है। चाहे वो घर पर हो या ऑफिस में, घंटों लैपटॉप या कंप्यूटर के सामने बैठकर काम करना अब आम बात है। लेकिन यह ‘नया नॉर्मल’ हमारी सेहत पर भारी पड़ रहा है। लगातार बैठे रहने से केवल मोटापा ही नहीं बढ़ता, बल्कि हृदय रोग, डायबिटीज, पीठ दर्द, गर्दन दर्द, और यहां तक कि कुछ प्रकार के कैंसर का जोखिम भी बढ़ जाता है। हमारा शरीर मूवमेंट के लिए बना है, ना कि स्थिर रहने के लिए।
तो क्या डेस्क जॉब छोड़ दें? बिल्कुल नहीं! बस ‘समझदारी’ से काम करें:
खुशखबरी यह है कि अपनी डेस्क जॉब को छोड़े बिना भी आप इस खतरे को कम कर सकते हैं। बस अपनी आदतों में छोटे-छोटे बदलाव करके आप अपनी सेहत को बचा सकते हैं। यहाँ कुछ ऐसे टिप्स दिए गए हैं जो आपको डेस्क पर बैठे हुए भी एक्टिव रहने में मदद करेंगे:
1. हर 30 मिनट में एक ‘माईक्रो ब्रेक’:
अलार्म सेट कर लें! हर 30-45 मिनट में अपनी कुर्सी से उठें।
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सिर्फ 1-2 मिनट के लिए खड़े हों, थोड़ा स्ट्रेच करें।
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पानी की बोतल भरने जाएं।
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कॉलीग से कुछ पूछने के लिए उनकी डेस्क पर जाएं, न कि चैट करें।
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एक ही जगह पर खड़े होकर 1 मिनट के लिए कुछ हल्का स्ट्रेचिंग कर सकते हैं।
2. बैठने और खड़े होने के बीच संतुलन:
यदि संभव हो, तो एक स्टैंडिंग डेस्क (Standing Desk) का उपयोग करें। यह आपको काम करते हुए खड़े होने का विकल्प देगा।
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दिन के कुछ घंटों के लिए खड़े होकर काम करें और कुछ के लिए बैठकर। यह आपके पोस्चर और सर्कुलेशन दोनों को बेहतर बनाएगा।
3. चलती-फिरती बैठकें:
छोटी मीटिंग्स के लिए, ‘वॉक एंड टॉक’ मीटिंग्स (Walk and Talk Meetings) का विकल्प चुनें। इससे आप काम पर चर्चा करते हुए चल-फिर सकेंगे।
4. काम के दौरान ही व्यायाम:
अपनी कुर्सी पर बैठकर भी कुछ छोटे व्यायाम किए जा सकते हैं:
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सीटेड लेग रेज (Seated Leg Raises): कुर्सी पर बैठे-बैठे एक-एक पैर को सीधा करें और कुछ देर हवा में रोके रखें।
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नेत्र व्यायाम (Eye Exercises): आँखों को थोड़ी देर के लिए बंद करें, या दूर और पास की वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करें ताकि आँखों को आराम मिले।
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गर्दन और कंधे के स्ट्रेच (Neck and Shoulder Stretches): हल्के-फुल्के घुमाव और स्ट्रेचिंग गर्दन और कंधों के दर्द को कम कर सकते हैं।
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आर्म और रेस्ट स्ट्रेंथनिंग (Arm and Wrist Strengthening): छोटी-मोटी चीज़ों से कलाई और हाथों की हल्की एक्सरसाइज कर सकते हैं।
5. पानी पीते रहें, चलते रहें:
अपनी पानी की बोतल को दूर रखें, ताकि पानी लेने के लिए आपको बार-बार उठना पड़े। यह हाइड्रेटेड रहने और उठने-चलने दोनों में मदद करेगा।
6. दोपहर के भोजन के बाद पैदल चलना:
दोपहर के भोजन के बाद, भले ही सिर्फ 10-15 मिनट के लिए, ऑफिस के परिसर में या बाहर एक छोटी चहलकदमी करें। यह पाचन के लिए भी अच्छा है और शरीर को सक्रिय रखेगा।
याद रखें, ये छोटे बदलाव आपको लंबी और स्वस्थ ज़िंदगी देने में मदद करेंगे। आपकी कुर्सी से चिपके रहने की आदत आपको ‘साइलेंट किलर’ बीमारियों का शिकार बना सकती है, इसलिए आज से ही अपनी जीवनशैली में सक्रियता का मंत्र अपनाएँ!