
ओलंपिक 2036: भारत ने ओलंपिक 2036 की मेज़बानी के लिए अपना नाम आगे बढ़ाया है, अहमदाबाद को मेज़बान शहर चुना गया है। भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने 1 जुलाई, 2025 को स्विट्जरलैंड के लुसाने में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के मुख्यालय का दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व IOA अध्यक्ष और अनुभवी एथलीट पीटी उषा ने किया।
अहमदाबाद क्यों?
भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने आईओसी अधिकारियों के साथ बैठक में अहमदाबाद में 2036 ओलंपिक की मेजबानी की इच्छा जताई। बैठक में केंद्रीय खेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। आईओसी ने भारत को ग्रीष्मकालीन खेलों की मेजबानी के लिए आवश्यक कदमों और प्रक्रियाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। आईओए ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “बैठक काफी महत्वपूर्ण थी, जिसमें अहमदाबाद में ओलंपिक की मेजबानी की संभावनाओं पर चर्चा की गई।”
2036 ओलंपिक की दौड़ में भारत के साथ कौन से देश शामिल हो रहे हैं?
2028 ओलंपिक लॉस एंजिल्स में और 2032 ओलंपिक ब्रिसबेन में आयोजित किए जाएंगे। इसलिए अब भारत की नज़र 2036 ओलंपिक पर है। भारत के अलावा सऊदी अरब, इंडोनेशिया, तुर्की और चिली जैसे देश भी 2036 ओलंपिक और पैरालिंपिक की मेज़बानी की दौड़ में हैं। आईओसी ने हाल ही में मेज़बान देश चयन प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए हैं, जिसकी वजह से अब यह दौड़ और भी दिलचस्प हो गई है।
पीटी उषा का बयान
आईओसी के साथ बैठक के बाद पीटी उषा ने कहा, ‘भारतीय धरती पर ओलंपिक की मेजबानी न केवल एक यादगार घटना होगी, बल्कि इसका भावी पीढ़ियों पर भी गहरा प्रभाव पड़ेगा।’ गौरतलब है कि भारत ने इससे पहले अक्टूबर 2023 में आईओसी को पत्र लिखकर 2036 ओलंपिक की मेजबानी में रुचि जताई थी।
क्या भारत को 2036 ओलंपिक की मेजबानी मिलेगी?
अहमदाबाद में ओलंपिक की मेज़बानी करना भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। अगर भारत को मेज़बानी का अधिकार मिल जाता है, तो इससे देश की खेल प्रतिभा और अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को बढ़ाने का अवसर मिलेगा। अब सबकी नज़रें आईओसी के अगले फ़ैसले पर टिकी हैं।