मीरजापुर, 11 मार्च (हि.स.)। खाद्य सुरक्षा विभाग के तत्वाधान में सोमवार को ईट राइट क्रिएटिविटी चलेंगे फेस-4 का आयोजन किया गया। सिटी क्लब में आयोजित कार्यक्रम में प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। स्कूली बच्चों ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल एवं विशिष्ट अतिथि जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने स्कूली बच्चों से सीधे संवाद कर ईट राइट विषय पर विस्तृत चर्चा की।
केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि रोजमर्रा में जो हमारे खाने पीने की आदतें हैं, उसके कारण हम एक्सरसाइज नहीं करते हैं। इसके कारण बहुत सारी बीमारियों को हम आमंत्रण दे रहे हैं। इन्हीं कारणों से अधिकतर लोग डायबिटीज, शुगर, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ पेट भरना ही आवश्यक नहीं होता है बल्कि पेट को सही व पौष्टिक तथा नियमित संतुलित भोजन आवश्यक होता हैं।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही आप खूब पानी पाने की आदत डाले, ताकि शरीर में पानी की कमी न होने पाए। पानी की कमी से बहुत सारी बीमारियां उत्पन्न होने लगती हैं। जंक फूड खाने से परहेज करें, एक्सरसाइज करें, आपको जो भी खेल पसंद है वह खेल खेले। उन्होंने कहा कि यदि अपने शरीर को फिट नहीं रखेंगे आप तो आपके अंदर बहुत सारी बीमारियां उत्पन्न हो जाएगी। उन्होंने बच्चों से अपील करते हुए कहा कि आप सभी मौसम के अनुसार ही सब्जियों का सेवन करें क्योंकि प्रकृति ने मौसम के अनुसार शरीर की क्या आवश्यकता है, उसी तापमान के अनुसार सब कुछ दिया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि शरीरिक विकास के लिए अच्छा व पौष्टिक भोजन महत्वपूर्ण हैं। कौन सा भोजन सही और कब खाना चाहिए, कौन गलत और नहीं खाना चाहिए, अभिभावक और अध्यापकों के अलावा बच्चों को भी जानना आवश्यक हैं। देश में भावी पीढ़ी को स्वस्थ्य बनाने के लिए पौष्टिक आहार खाने पर बल देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि अभिभावक बच्चों को नियमित व सही समय भोजन करने की आदत डालें। कार्यक्रम में प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले बच्चों को केन्द्रीय राज्यमंत्री व जिलाधिकारी ने शील्ड एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया।
अभिहित अधिकारी खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने बताया कि यह अभियान देश की खाद्य प्रणाली को सुरक्षित और स्वस्थ भोजन के प्रति संवेदनशील बनाने का एक प्रयास है। साथ ही पौष्टिक भोजन एवं उपभोक्ता सुरक्षा समाधान के क्षेत्र में जनजागरूकता लाने का एक प्रयास है।