डॉक्टर-इंजीनियर बनने का सपना अब पैसों की कमी से नहीं टूटेगा दिल्ली के छात्रों के लिए शानदार खबर
News India Live, Digital Desk : हम सभी जानते हैं कि आज के दौर में डॉक्टर या इंजीनियर बनने का सपना देखना कितना महंगा सौदा हो गया है। बच्चों में टैलेंट तो होता है, लेकिन जब माता-पिता प्राइवेट कोचिंग सेंटरों की फीस सुनते हैं, तो अक्सर मायूस हो जाते हैं। लाखों रुपये की फीस हर किसी के बस की बात नहीं होती।
लेकिन अगर आप या आपके बच्चे दिल्ली में पढ़ाई कर रहे हैं, तो अब खुश हो जाइए। दिल्ली सरकार ने एक ऐसी पहल शुरू की है, जो शिक्षा की दुनिया में किसी क्रांति से कम नहीं है।
क्या है पूरी खबर?
सरल भाषा में कहें तो, दिल्ली सरकार ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले होनहार बच्चों के लिए मुफ्त कोचिंग (Free Coaching) की व्यवस्था शुरू की है। यह सुविधा खास तौर पर उन बच्चों के लिए है जो JEE (इंजीनियरिंग) और NEET (मेडिकल) जैसी मुश्किल परीक्षाओं को पास करना चाहते हैं।
सरकार का मकसद साफ है पैसे की कमी किसी के टैलेंट के आड़े नहीं आनी चाहिए।
किसे मिलेगा फायदा?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुरुआती दौर में करीब 2200 से ज्यादा बच्चों को इसका सीधा फायदा मिलने वाला है। ये वो बच्चे हैं जिन्होंने साइंस स्ट्रीम ली है और जिनमें कुछ कर दिखाने का जज्बा है। सरकार का प्लान है कि इन बच्चों को बेस्ट टीचर्स और गाइडेंस दी जाए, ताकि वे बड़े-बड़े प्राइवेट कोचिंग के बच्चों को टक्कर दे सकें।
सिर्फ पढ़ाई ही नहीं, पूरी तैयारी
इस योजना की सबसे अच्छी बात यह है कि यह केवल रट्टा मारने वाली क्लास नहीं होगी। इसमें बच्चों को उस लेवल की तैयारी कराई जाएगी, जो कॉम्पिटिटिव एग्जाम के लिए जरूरी है।
- टेस्ट सीरीज: प्रैक्टिस के लिए।
- डाउट क्लीयरिंग सेशन: ताकि कोई सवाल मन में न रहे।
- एक्सपर्ट गाइडेंस: ताकि सही रास्ता मिले।
यह कदम क्यों जरूरी था?
आप अपने आस-पास देखते होंगे कि कई बच्चे 12वीं में तो बहुत अच्छे नंबर लाते हैं, लेकिन सही कोचिंग न मिल पाने के कारण एंट्रेंस एग्जाम में पीछे रह जाते हैं। मिडिल क्लास और गरीब परिवारों के लिए यह एक बहुत बड़ी दीवार थी, जिसे अब गिराने की कोशिश की गई है। जब एक सरकारी स्कूल का बच्चा डॉक्टर बनता है, तो सिर्फ उसका घर नहीं सुधरता, बल्कि पूरे समाज को एक संदेश मिलता है।
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