अब हरिद्वार से चित्रकूट और गोरखपुर से शामली नॉन-स्टॉप! देखिए 9 नए एक्सप्रेसवे की पूरी लिस्ट
उत्तर प्रदेश अब रुकने वाला नहीं है! सड़कों के मामले में यूपी एक ऐसा रिकॉर्ड बनाने जा रहा है, जिसे तोड़ना शायद किसी भी राज्य के लिए आसान नहीं होगा। प्रदेश में एक्सप्रेसवे का एक ऐसा जाल बिछने जा रहा है, जो इसकी तरक्की को एक नई रफ्तार देगा।
7 एक्सप्रेसवे पर तो गाड़ियां पहले से ही दौड़ रही हैं, 5 पर तेजी से काम चल रहा है, और अब सरकार ने 9 और नए एक्सप्रेसवेबनाने का मास्टर प्लान तैयार कर लिया है। यानी कुल मिलाकर 21 एक्सप्रेसवे!
तो आखिर क्यों बन रहा है यह एक्सप्रेसवे का जाल?
इसका सीधा मतलब है कि अब आपका सफर पहले से कहीं ज़्यादा तेज़, आसान और आरामदायक होगा। प्रदेश के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंचना बच्चों का खेल हो जाएगा। लेकिन यह सिर्फ सफर की बात नहीं है। इन एक्सप्रेसवे के बनने से व्यापार बढ़ेगा, नई-नई फैक्ट्रियां लगेंगी और लाखों युवाओं के लिए रोजगार के नए मौके भी बनेंगे।
जब ये सभी एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो जाएंगे, तो यूपी में सड़कों की कुल लंबाई 4300 किलोमीटर से भी ज़्यादा हो जाएगी, जो देश में एक रिकॉर्ड होगा। चलिए, आपको बताते हैं कि कौन से एक्सप्रेसवे बन चुके हैं, कौन से बन रहे हैं, और कौन से बनने वाले हैं।
जिन पर गाड़ियां दौड़ रही हैं (7 एक्सप्रेसवे)
- नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे: 24.53 किमी
- यमुना एक्सप्रेसवे: 165 किमी
- मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे: 96 किमी
- आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे: 302 किमी
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे: 341 किमी
- बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे: 296 किमी
- गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे: 91 किमी
जिन पर काम चल रहा है (5 एक्सप्रेसवे)
- गंगा एक्सप्रेसवे: 594 किमी
- लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे: 63 किमी
- चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे: 15.20 किमी
- बलिया लिंक एक्सप्रेसवे: 114 किमी
- दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेसवे: 210 किमी
जिनका है अगला नंबर (9 नए एक्सप्रेसवे)
- गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे: 519 किमी
- गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे: 700 किमी
- विंध्य एक्सप्रेसवे: 320 किमी
- झांसी लिंक एक्सप्रेसवे: 118.90 किमी
- मेरठ-हरिद्वार एक्सप्रेसवे: 120 किमी
- फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे: 90.84 किमी
- जेवर लिंक एक्सप्रेसवे: 74.30 किमी
- चित्रकूट से रीवा लिंक एक्सप्रेसवे: 70 किमी
- लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे: 49.96 किमी
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