New record of Indian Railways : छत्तीसगढ़ में 5 नए रेल कॉरिडोर, अब मिलेगा तेज़ और आसान सफर का अनुभव

New record of Indian Railways : छत्तीसगढ़ में 5 नए रेल कॉरिडोर, अब मिलेगा तेज़ और आसान सफर का अनुभव
New record of Indian Railways : छत्तीसगढ़ में 5 नए रेल कॉरिडोर, अब मिलेगा तेज़ और आसान सफर का अनुभव

News India Live, Digital Desk: New record of Indian Railways : छत्तीसगढ़, जो कभी सिर्फ खनिज संपदा के लिए जाना जाता था, अब भारतीय रेलवे के एक बड़े विस्तार का गवाह बनने जा रहा है! अगर आप भी इस राज्य में रहते हैं, या यहां से सफर करते हैं, तो यह खबर आपके लिए किसी सौगात से कम नहीं! जल्द ही, छत्तीसगढ़ में न केवल यात्री ट्रेनों के लिए बल्कि मालगाड़ियों के लिए भी कनेक्टिविटी का एक नया और विशाल जाल बिछने वाला है। राज्य को 5 बिल्कुल नई रेल लाइनें मिलेंगी, जो मिलकर 1100 किलोमीटर से ज़्यादा लंबा नेटवर्क तैयार करेंगी!

यह केंद्र सरकार और रेलवे का छत्तीसगढ़ के विकास के लिए एक बहुत बड़ा और महत्वपूर्ण कदम है। इन नई रेल लाइनों का उद्देश्य सिर्फ़ दूरी कम करना नहीं, बल्कि राज्य के औद्योगिक विकास, व्यापार और सबसे बढ़कर, यहाँ के लोगों की यात्रा को सुगम और तेज बनाना है।

कौन सी हैं वो 5 नई लाइफलाइन रेल लाइनें?

यह प्रोजेक्ट विभिन्न चरणों में पूरा किया जाएगा और ये नई लाइनें छत्तीसगढ़ के कोने-कोने तक कनेक्टिविटी पहुँचाएंगी:

  1. पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर (East-West Corridor): लगभग 246 किलोमीटर लंबी यह लाइन राज्य के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ेगी, जिससे क्षेत्रीय संपर्क बेहतर होगा।

  2. दल्ली राजहरा – रावघाट – जगदलपुर रेल परियोजना: यह परियोजना 235 किलोमीटर से अधिक लंबी है और यह क्षेत्र के खनिज संसाधनों को ट्रांसपोर्ट करने में अहम भूमिका निभाएगी, साथ ही आदिवासी और पिछड़े इलाकों में कनेक्टिविटी लाएगी।

  3. उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर (North-South Corridor): करीब 310 किलोमीटर का यह कॉरिडोर राज्य को उत्तर से दक्षिण तक जोड़ेगा, जिससे राज्यों के भीतर आवागमन तेज़ होगा।

  4. गेवरा-पेंड्रारोड नई रेल लाइन: यह लगभग 122 किलोमीटर लंबी नई लाइन होगी, जो खनन क्षेत्रों को प्रमुख रेलवे लाइनों से जोड़ेगी और कोयला परिवहन में तेज़ी लाएगी।

  5. गेवरा रोड – चांपा डबलिंग: इस पर पहले से काम चल रहा है और यह मौजूदा व्यस्त रूट पर क्षमता बढ़ाएगा।

क्यों ये इतना बड़ा ‘गेम चेंजर’ है?

  • तेज़ होगी ट्रेन यात्रा: यात्री ट्रेनों को कम इंतज़ार करना पड़ेगा, जिससे समय की बचत होगी और लंबी दूरी की यात्राएं और आरामदायक बनेंगी।

  • आर्थिक उछाल: छत्तीसगढ़ के औद्योगिक और खनन क्षेत्रों के लिए यह परियोजना एक बड़ी वरदान साबित होगी। कच्चे माल और तैयार उत्पादों का परिवहन सस्ता और तेज़ होगा, जिससे व्यापार बढ़ेगा और राज्य की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।

  • दूरदराज के इलाकों को फायदा: इन रेल लाइनों से कई ऐसे दूरदराज के इलाके जुड़ेंगे जहाँ पहले कोई कनेक्टिविटी नहीं थी। इससे वहाँ के लोगों को बेहतर सुविधाओं तक पहुँच मिलेगी और नए रोज़गार के अवसर पैदा होंगे।

  • क्षमता बढ़ेगी: लगभग 1100 किलोमीटर का नया नेटवर्क बिछने से भारतीय रेलवे की कुल वहन क्षमता बढ़ेगी, खासकर मालगाड़ियों के लिए, जो देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं।

  • रोजगार के अवसर: इन परियोजनाओं के निर्माण में भारी संख्या में मज़दूरों और इंजीनियरों की ज़रूरत होगी, जिससे स्थानीय और बाहरी लोगों के लिए रोज़गार के अवसर पैदा होंगे।

यह सिर्फ रेलवे लाइन बिछाने का काम नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ को ‘नया भारत’ बनाने की दिशा में एक सशक्त कदम है, जो यहाँ के लोगों के जीवन स्तर को ऊँचा उठाएगा और राज्य को विकास की नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा!

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