
News India Live, Digital Desk: Negative Energy : हम अक्सर अपने घरों को सुंदर बनाने में लगे रहते हैं, लेकिन घर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अक्सर नज़रंदाज़ हो जाता है – वो है हमारी छत! वास्तुशास्त्र में घर की हर दिशा और हर हिस्से का खास महत्व बताया गया है, और हमारी छत भी इससे अछूती नहीं है। सिर्फ धूल-मिट्टी या कचरा ही नहीं, बल्कि कुछ खास चीजें ऐसी हैं, जिन्हें छत पर रखना आपके जीवन में परेशानी और दुर्भाग्य को बुलावा दे सकता है। तो आइए जानते हैं वे कौन सी 5 चीजें हैं, जिन्हें आज ही अपनी छत से हटाना आपके लिए शुभ रहेगा:
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कचरा या बेकार की चीज़ें:
कई बार हम पुरानी और बेकार की चीजें जैसे सूखा कचरा, पत्ते या टूटी-फूटी वस्तुएं छत पर जमा कर देते हैं। वास्तु के अनुसार, छत पर गंदगी या कूड़ा जमा करना शुभ नहीं माना जाता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को अपनी ओर आकर्षित करता है, जिससे घर में सुख-शांति भंग हो सकती है और आर्थिक समस्याएं भी बढ़ सकती हैं। -
टूटे-फूटे बर्तन या मिट्टी के गमले:
आपके घर की छत पर यदि टूटे-फूटे या इस्तेमाल न होने वाले मिट्टी के बर्तन, गमले, या अन्य सामान पड़े हैं, तो तुरंत उन्हें हटा दें। वास्तुशास्त्र कहता है कि ऐसे टूटे बर्तन घर में दरिद्रता लाते हैं और परिवार के सदस्यों के बीच कलह पैदा करते हैं। साथ ही, इससे आपके स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है। -
बेकार लकड़ी या पुराना फर्नीचर:
बहुत से लोग पुरानी लकड़ी, टूटे हुए फर्नीचर या लकड़ियों के बेकार टुकड़े छत पर रख देते हैं। ऐसा माना जाता है कि ये चीजें घर में नकारात्मक ऊर्जा लाती हैं और सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को रोकती हैं। इससे आपके काम में रुकावटें आ सकती हैं और परिवार के सदस्यों को तरक्की के अवसरों से वंचित होना पड़ सकता है। -
जंग लगा लोहा या धातु का सामान:
यदि आपकी छत पर जंग लगा हुआ लोहा, पुराने औज़ार या अन्य बेकार लोहे का सामान पड़ा है, तो इसे तुरंत हटा दें। वास्तु और ज्योतिष दोनों ही मानते हैं कि यह शनि दोष का कारण बन सकता है, जिससे धन हानि, कार्य में बाधा और घर के सदस्यों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ये धातुएं घर में अस्थिरता और तनाव का माहौल बनाती हैं। -
बेकार प्लास्टिक का सामान:
आमतौर पर लोग प्लास्टिक की पुरानी बाल्टियां, डिब्बे, बोतलें या अन्य प्लास्टिक का बेकार सामान छत पर डाल देते हैं। यह न केवल घर में वास्तु दोष पैदा करता है, बल्कि नकारात्मक ऊर्जा को भी बढ़ाता है। ऐसा करने से घर में अनावश्यक बीमारियां, चिंता और मानसिक तनाव की समस्या बढ़ सकती है।
याद रखें, घर की छत सिर्फ एक ऊपरी सतह नहीं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वार होती है। इसे साफ़-सुथरा और अव्यवस्था मुक्त रखना घर में सुख-समृद्धि और शांति लाने में बहुत सहायक होता है। तो, अपनी किस्मत के दरवाजे खोलने के लिए आज ही अपनी छत को व्यवस्थित करें!