बस्तर में नक्सली मुठभेड़: छत्तीसगढ़ में सुबह से बड़ी मुठभेड़ चल रही है. खबरों के मुताबिक, बस्तर के नारायणपुर जिले के अबुजाहमद में कई जगहों पर जवानों ने नक्सलियों को घेर लिया है. डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और एसटीएफ की टीमें अबुजमाड़ के जंगलों में मौजूद हैं. दोनों तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग हो रही है. इस मुठभेड़ में अब तक 4 नक्सली मारे गए हैं.
इस मुठभेड़ पर आईजी सुंदरराज से लेकर एसपी प्रभात कुमार तक नजर रखे हुए हैं. खबर है कि जंगल में कई जगहों पर नक्सलियों ने जवानों को घेर लिया है. खबर लिखे जाने तक जवानों और नक्सलियों के बीच झड़प जारी है.
अब तक 4 शॉट
जानकारी के मुताबिक जवान नारायणपुर जिले में हैं जहां नक्सली मौजूद हैं. नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने मुठभेड़ की पुष्टि की है. हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि इस मुठभेड़ में नक्सलियों को कितना नुकसान हुआ है. सूत्रों के मुताबिक अब तक 4 नक्सली मारे गए हैं. मुठभेड़ जारी है. आपको बता दें कि कुछ दिन पहले कांकेर जिले के छोटा बेठिया में जवानों ने 29 नक्सलियों को मार गिराया था.
दंतेवाड़ा में 23 नक्सलियों ने किया सरेंडर
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में सात महिला नक्सली समेत 23 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली भैरमगढ़ एरिया कमेटी में सक्रिय थे। उन्होंने कहा कि नक्सली पुलिस के पुनर्वास अभियान ‘लोन वरातु’ से प्रभावित हैं और माओवादियों की खोखली विचारधारा से निराश हैं.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों पर सड़कों को खोदने, सड़कों को अवरुद्ध करने के लिए पेड़ों को काटने और नक्सलियों द्वारा बुलाए गए बंद के दौरान पोस्टर और बैनर लगाने का आरोप है। उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के अनुसार सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही, जून 2020 में शुरू किए गए पुलिस के ‘लोन वरातु’ (अपने घर/गांव वापसी) अभियान के तहत अब तक 177 सजायाफ्ता नक्सलियों समेत कुल 761 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। इससे पहले इसी महीने की 24 तारीख को जिले में तीन महिला नक्सली समेत 18 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था.