Narasimha Jayanti 2023: नरसिंह जयंती पर करें यह व्रत! जीवन में कोई दुश्मन नहीं

Narasimha Jayanti 2023: अधर्म का नाश करने के लिए भगवान विष्णु ने लिए कई अवतार यह उग्र नरसिम्हा अवतार उनमें से एक है। नरसिंह 12 अवतारों में से भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं। शास्त्रों का कहना है कि नरसिंह सभी देवताओं में सबसे शक्तिशाली हैं। नरसिंह अपने तरीके से अधर्म पर चलने वालों और अत्याचार करने वालों को कड़ी सजा देता था। वैशाख मास की शुक्ल पक्ष चतुर्दशी को उसने अपने भक्त प्रहलाद को बचाने के लिए भयंकर रूप धारण करके हिरण्यकशिपु का निर्ममतापूर्वक वध कर दिया। इससे प्रह्लाद को उसकी सभी समस्याओं से छुटकारा मिल गया। तब से नरसिंह जयंती 4 मई को मनाई जा रही है। 

पुराणों के अनुसार.. नरसिंह का अर्थ है प्रकाश.. सप्ताह में एक बार भगवान नरसिंह की पूजा करने से शत्रुओं को परास्त करने की शक्ति मिलती है। सूर्यास्त से पहले नरसिंह व्रत करने से कई लाभ मिलते हैं। इसके अलावा कुछ श्रद्धालु व्रत भी रखते हैं। इस दौरान पूजा करने से शुभ फल प्राप्त होंगे।

पूजा की विधि:
नरसिंह व्रत करने वालों को सुबह जल्दी उठकर घर की साफ-सफाई करनी होती है। इस सफाई के बाद सिर को स्नान कराना चाहिए और लक्ष्मीनरसिंह की मूर्ति को स्थापित करना चाहिए। इस पूजा में पंचामृत, फल, फूल, केसर, नारियल, अक्षत तैयार कर मूर्ति को सजाया जाता है। “श्री नरसिम्हा ओम नरसिंहाय वरप्रदाय नमः” पूजा शुरू करनी चाहिए। इस व्रत के पूरा होने के बाद गरीबों को चीजें दान करने से कई लाभ मिलते हैं। साथ ही वैज्ञानिक विशेषज्ञों का कहना है कि स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी दूर होंगी। 

उपवास के लाभ:

 

  • नरसिंह जयंती पर भक्तिभाव से व्रत करने से पापों का नाश होता है। साथ ही गंभीर परेशानियां भी दूर होंगी।
  • इस व्रत को करने से भगवान नरसिंह किसी भी संकट में आपकी रक्षा करेंगे। 
  • नरसिंह जयंती का व्रत करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। साथ ही कोर्ट कचहरी के मामलों में भी सफलता मिलेगी।
  • भगवान नरसिंह की पूजा करने से मनोबल बढ़ता है। साथ ही आत्मविश्वास बढ़ता है और शक्तिशाली बनता है।

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