पूर्वी चंपारण,14 नवम्बर (हि.स.)। नई राहें एवं रोशनाई फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में पद्म भूषण से विभूषित बिहार कोकिला शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु एक सांगीतिक श्रद्धांजलि कार्यक्रम चांदमारी स्थित राधा-कृष्ण वाटिका में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन शहर के सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. अतुल कुमार, अनिल वर्मा, अभय अनंत, प्रो अरुण कुमार, संजय पांडेय एवं बब्बू श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप दीप प्रज्वलित कर किया।
तत्पश्चात मौजूद अतिथियों के साथ सभी ने शारदा सिन्हा के तैल्यचित्र पर पुष्पअर्पित कर श्रद्धांजलि समर्पित किया। उसके पश्चात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. अतुल कुमार ने शारदा सिन्हा के प्रति संवेदना और श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए कहा कि उनके द्वारा गाये गए लोकगीत सदैव उनकी याद दिलाती रहेगी और उन्हीं गीतों के द्वारा वे हमारी बीच सदैव अपनी उपस्थिति जताती रहेंगी। विशिष्ट अतिथि अनिल वर्मा ने व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। जबतक पृथ्वी पर सूर्य का उदय अस्त होता रहेगा और छठ का पर्व होता रहेगा तब तक शारदा सिन्हा जीवित रहेंगी।
उसके बाद मौका था सांगीतिक श्रद्धांजलि का जिसमें अनुप्रिया पांडेय के गीत दुखवा मिटाई छठी मैया, मारबो रे सुगवा धनुक से, पनिया के जहाज से, राम जी से पूछे जनकपुरी के नारी से माहौल पूरा खुशनुमा हो गया। कार्यक्रम का मंच संचालन रूमित रौशन और धन्यवाद ज्ञापन गुलरेज शहजाद ने किया। कार्यक्रम में गुड्डू श्रीवास्तव, ई. अजय आजाद, संजय उपाध्याय, सुधांशु रंजन, कुमार संजय, सोना वर्मा, अमित कुमार गुड्डू, बंटी श्रीवास्तव, प्रदीप वर्मा, मंजीत प्रकाश, संजय मिश्रा, सत्यम तिवारी इत्यादि उपस्थित थे।