Mother’s Day 2024: कैसे हुई मां के इस खास दिन की शुरुआत, जानिए मदर्स डे की दिलचस्प कहानी

नई दिल्ली: मां शब्द से कई भावनाएं जुड़ी होती हैं। एक बच्चे के लिए मां की अहमियत को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। हम एक माँ के त्याग और योगदान का बदला चुकाने की कितनी भी कोशिश कर लें, यह असंभव है। इसलिए, उनके बलिदान और उनके सभी योगदानों का सम्मान करने के लिए हर साल मई के दूसरे रविवार को मातृ दिवस मनाया जाता है। इस दिन हम सिर्फ मां को ही नहीं बल्कि हर उस महिला को धन्यवाद देते हैं जो हमारी जिंदगी में मां की भूमिका निभाती है, हमारा ख्याल रखती है और हमारी चिंता करती है।

मातृ दिवस कब है?

एक माँ बिना किसी स्वार्थ या इच्छा के अपना पूरा जीवन अपने बच्चों के लिए समर्पित कर देती है। मां चाहे गृहिणी हो या कामकाजी, उसे अपने बच्चे की चिंता हमेशा रहती है। वह हर स्थिति में अपने बच्चे को पहले रखती है। वे यह सब अपने बच्चों के प्रति प्रेम के कारण करते हैं और बदले में कुछ नहीं मांगते। इसलिए मदर्स डे उन्हें धन्यवाद देने का एक शानदार तरीका है। इस साल यह दिन 12 मई को मनाया जाएगा. इस दिन हम अपनी मां को तोहफे देते हैं, उनके साथ कहीं घूमने जाते हैं या उनके लिए कुछ खास प्लान करते हैं, ताकि वह आराम कर सकें और खुश रह सकें. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिन को मनाने की शुरुआत कैसे हुई? इस लेख में हम जानेंगे कि मदर्स डे मनाने की शुरुआत कैसे हुई और इसके पीछे की कहानी क्या है।