More calcium: यह ‘वरदान’ नहीं, आपके शरीर के लिए है एक ‘खतरनाक बीमारी

More calcium: यह 'वरदान' नहीं, आपके शरीर के लिए है एक 'खतरनाक बीमारी
More calcium: यह ‘वरदान’ नहीं, आपके शरीर के लिए है एक ‘खतरनाक बीमारी

News India live, Digital Desk : More calcium: जब भी हम कैल्शियम का नाम सुनते हैं, तो हमारे दिमाग में मजबूत हड्डियों और दांतों की तस्वीर आती है। हम मानते हैं कि कैल्शियम हमारे लिए बहुत जरूरी है, जो कि सच भी है। लेकिन ‘अति हर चीज की बुरी होती है’, और यह बात कैल्शियम पर भी बिल्कुल सटीक बैठती है।

शरीर में जरूरत से ज्यादा कैल्शियम का जमा होना कोई अच्छी बात नहीं, बल्कि एक खतरनाक बीमारी है जिसे हाइपरकैल्सीमिया (Hypercalcemia) कहते हैं। यह ‘साइलेंट किलर’ की तरह धीरे-धीरे आपके शरीर को अंदर से खोखला कर सकता है।

कैसे बन जाता है ज्यादा कैल्शियम शरीर का दुश्मन?

जब खून में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है, तो यह आपके शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों पर बुरा असर डालता है:

  1. किडनी पर हमला: ज्यादा कैल्शियम को फिल्टर करने के लिए किडनी को बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे किडनी में पथरी (Kidney Stones) बन सकती है और गंभीर मामलों में किडनी फेल भी हो सकती है।

  2. हड्डियों को करता है कमजोर: यह सुनने में भले ही उल्टा लगे, लेकिन सच है। कई बार पैराथाइरॉइड ग्रंथि की गड़बड़ी के कारण खून में कैल्शियम का स्तर बढ़ता है, जो हड्डियों से कैल्शियम खींचता है। इससे हड्डियां मजबूत होने के बजाय कमजोर और खोखली होने लगती हैं (ऑस्टियोपोरोसिस)।

  3. दिल के लिए खतरा: ज्यादा कैल्शियम दिल की धड़कन को अनियमित कर सकता है (Arrhythmia), जो कि एक गंभीर स्थिति है।

  4. दिमाग पर बुरा असर: यह आपके नर्वस सिस्टम को भी प्रभावित करता है, जिससे दिमागी उलझन (Confusion), थकान और यहां तक कि डिप्रेशन जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।

इन लक्षणों को भूलकर भी न करें नजरअंदाज

शरीर में कैल्शियम बढ़ने पर कुछ ऐसे संकेत मिलते हैं, जिन्हें लोग अक्सर मामूली समझकर टाल देते हैं:

  • बार-बार पेशाब आना और बहुत ज्यादा प्यास लगना।

  • पेट की समस्याएं जैसे जी मिचलाना, उल्टी या कब्ज होना।

  • हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी महसूस होना।

  • हमेशा थका-थका और उलझन में रहना।

  • याददाश्त कमजोर होना।

क्यों बढ़ जाता है शरीर में कैल्शियम?

इसके मुख्य कारण हैं:

  • पैराथाइरॉइड ग्रंथि का ज्यादा एक्टिव होना: यह सबसे आम कारण है।

  • कैल्शियम और विटामिन डी की गोलियों का अंधाधुंध सेवन: बिना डॉक्टरी सलाह के सप्लीमेंट लेना खतरनाक हो सकता है।

  • कैंसर जैसी कुछ बीमारियां।

  • कुछ खास तरह की दवाइयां।

क्या करें?
अगर आपको ऊपर बताए गए लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो उन्हें नजरअंदाज न करें। तुरंत डॉक्टर से मिलें। एक साधारण से ब्लड टेस्ट से ही खून में कैल्शियम के स्तर का पता चल जाता है। याद रखें, संतुलन ही स्वस्थ जीवन की कुंजी है।

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