खालिस्तानी आतंकी पन्नू पर बड़ी कार्रवाई, एनआईए ने दर्ज किया केस, एयर इंडिया के यात्रियों को दी धमकी

भारत सरकार द्वारा आतंकवादी घोषित किए गए खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की ब्रिटेन में हत्या के बाद जहां कनाडा और भारत के बीच विवाद चल रहा है, वहीं ब्रिटेन में खालिस्तान संगठन सिख पर एयर इंडिया के यात्रियों को धमकाने के मामले में एनआईए फॉर जस्टिस (SFJ) के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू ने बड़ी कार्रवाई करते हुए केस दर्ज कराया है. एनआईए द्वारा चिन्हित आतंकी पन्नू के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

 

 

पन्नू ने एक वीडियो जारी कर एयर इंडिया के यात्रियों को धमकी दी है

दरअसल, हाल ही में गुरपतवंत सिंह पन्नू का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्होंने 19 नवंबर को एयर इंडिया की फ्लाइट में यात्रियों को धमकी दी थी, वहीं इस मामले पर एनआईए ने बयान जारी कर कहा था कि पन्नू ने 4 नवंबर को एक वीडियो वायरल किया था. . वीडियो में उन्होंने शिखो से कहा कि वह 19 नवंबर और उसके बाद एयर इंडिया की उड़ानों में यात्रा न करें क्योंकि उनकी जान को खतरा होगा। एनआईए ने आगे कहा कि पन्नू भारत में आतंकी घटनाओं को बढ़ाने के लिए गलत माहौल फैला रहा है. पन्नू लगातार सिख समुदाय और अन्य धार्मिक समूहों के बीच नफरत भड़काने की कोशिश कर रहा है।

पन्नू के बारे में भारत सरकार ने क्या कहा?

हाल ही में भारत और अमेरिका के बीच टू प्लस टू मंत्री स्तरीय चर्चा के बाद विदेश सचिव विन क्वात्रा ने कनाडा का जिक्र करते हुए कहा, ‘हमारी मुख्य चिंता सुरक्षा है, आपने हाल ही में गुरपतवंत सिंह पन्नू का वीडियो देखा होगा, इससे गंभीर सुरक्षा चिंताएं बढ़ रही हैं. हमने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है. हमें लगता है कि वे इसे समझते हैं।’ बता दें कि भारत लगातार कनाडा सरकार से पन्नू और अन्य खालिस्तानियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहा है।

कनाडा ने भारत पर लगाया आरोप 

गौरतलब है कि निज्जर की वैंकूवर में हत्या कर दी गई थी. इस हत्या के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया गया है. कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया कि भारत की खुफिया एजेंसी के अधिकारियों ने निज्जर की हत्या की. इस मामले में ट्रूडो ने भारत से जांच में सहयोग करने को कहा और तभी से कनाडा और भारत के बीच विवाद बढ़ गया.

भारत और कनाडा के बीच कैसे बढ़ा विवाद? 

खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर (45) की 18 जून को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर दो अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। भारत ने जुलाई 2020 में कनाडा में रहने वाले निज्जरों को गैरकानूनी आंदोलन अधिनियम (यूएपीए) के तहत आतंकवादी घोषित किया। निज्जर की हत्या के बाद कनाडा की संसद में पीएम ट्रूडो ने दावा किया कि इस आतंकी की हत्या में भारतीय एजेंट शामिल थे. उन्होंने वहां की संसद में कहा कि हमें सबूत मिले हैं कि निज्जरों की हत्या में भारत का हाथ है. जिसके बाद भारत ने कनाडा से सबूत मांगे लेकिन कुछ नहीं मिला. ट्रूडो के बयान के बाद भारत और कनाडा के बीच विवाद बढ़ गया.