कोलकाता, 23 मार्च (हि.स.)। तृणमूल कांग्रेस ने घूस लेकर सवाल पूछने के मामले में पार्टी नेता महुआ मोइत्रा के परिसरों पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की छापेमारी को प्रतिशोध की राजनीति बताया है।
अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने शनिवार को मामले में कोलकाता सहित कई स्थानों पर तृणमूल की पूर्व सांसद मोइत्रा के परिसरों में तलाशी ली। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई की टीम शनिवार तड़के कोलकाता और अन्य शहरों में महुआ के ठिकानों पर पहुंची और छापेमारी की प्रक्रिया की जानकारी देकर कार्रवाई शुरू की। तृणमूल के वरिष्ठ नेता शांतनु सेन ने कहा कि यह विभिन्न ज्वलंत मुद्दों से जनता और मीडिया का ध्यान भटकाने का हथकंडा है। ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा बढ़ते जन असंतोष को महसूस कर रही है और वे विमर्श को बदलने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। यह प्रतिशोध की राजनीति का स्पष्ट उदाहरण है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को डराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। सेन ने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बीच भाजपा अपनी सबसे भरोसेमंद सहयोगियों-सीबीआई और ईडी को हमारे उम्मीदवारों पर छापा मारने के लिए भेज रही है। निर्वाचन आयोग को इस पर गौर करना चाहिए।