सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि को अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन स्नान, दान और पूजा-पाठ करने से साधक को अक्षय पुण्य प्राप्त होता है। माघ पूर्णिमा विशेष रूप से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए उत्तम तिथि मानी जाती है।
माघ पूर्णिमा 2024 की तिथि और शुभ मुहूर्त
माघ पूर्णिमा: बुधवार, 12 फरवरी 2024
चंद्रोदय का समय: शाम 05:59 बजे
इस दिन श्री कनकधारा स्तोत्र का पाठ करने से धन संबंधी सभी समस्याओं से मुक्ति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
श्री कनकधारा स्तोत्र का महत्व
श्री कनकधारा स्तोत्र धन की देवी मां लक्ष्मी को समर्पित है। यह स्तोत्र आदि शंकराचार्य द्वारा रचित है, जिसे पढ़ने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और आर्थिक कष्ट दूर होते हैं।
श्री कनकधारा स्तोत्र
अङ्ग हरेः पुलकभूषणमाश्रयन्ती
भृङ्गाङ्गनेव मुकुलाभरणं तमालम् ।
अङ्गीकृताखिलविभूतिरपाङ्गलीला
माङ्गल्यदास्तु मम मङ्गलदेवतायाः ॥1॥
इस स्तोत्र के पाठ से:
मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
घर में धन, ऐश्वर्य और समृद्धि आती है।
आर्थिक संकट दूर होते हैं।
कैसे करें श्री कनकधारा स्तोत्र का पाठ?
1️⃣ स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
2️⃣ पूर्व या उत्तर दिशा में बैठकर मां लक्ष्मी का ध्यान करें।
3️⃣ श्री कनकधारा स्तोत्र का विधिपूर्वक पाठ करें।
4️⃣ मां लक्ष्मी को खीर, कमल का फूल और सफेद वस्त्र अर्पित करें।
5️⃣ स्तुति के अंत में मां लक्ष्मी से अपने घर में स्थायी निवास की प्रार्थना करें।
विशेष मंत्र:
🔹 ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः॥
🔹 ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः॥
पूर्णिमा पर श्री कनकधारा स्तोत्र का पाठ क्यों करें?
- पूर्णिमा तिथि मां लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है।
- इस दिन दान-पुण्य और स्तोत्र पाठ करने से अक्षय फल मिलता है।
- जो लोग आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं, वे इस स्तोत्र का पाठ करें, इससे उनकी धन संबंधी समस्याएं दूर होंगी।