मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जिसे खत्म नहीं किया जा सकता, इसे केवल नियंत्रित किया जा सकता है। मधुमेह की घटना और प्रगति दोनों ही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। जीवनशैली में बदलाव करके, शुगर कंट्रोल करने वाली दवाएं लेकर और कुछ असरदार जड़ी-बूटियों के इस्तेमाल से आप डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं।
सेज की पत्तियां मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए बहुत ही प्रभावी जड़ी बूटी हैं। कई अध्ययनों से पता चला है कि ऋषि के पत्ते रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में बहुत प्रभावी होते हैं। आइए जानें कि ये पत्ते मधुमेह को नियंत्रित करने में कैसे कारगर हैं।
सेज के पत्तों के गुण:
भारत में, सेज की पत्तियों का उपयोग मसाले के रूप में किया जाता है, जिसमें मिर्च के समान तीखा स्वाद होता है। इसकी खेती पूरे भारत में की जाती है। सेज सुगंधित और औषधीय गुणों वाला पौधा है जो पुदीने की प्रजाति का है। सेज के पत्तों में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं।
प्रोटीन, फैट के अलावा इसमें मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटैशियम, जिंक जैसे कई तरह के मिनरल्स भी होते हैं। आयरन से भरपूर, सेज के पत्ते विटामिन बी और सी से भी भरपूर होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं और आपको स्वस्थ रखते हैं।
डायबिटीज को कंट्रोल करते हैं ये पत्ते:
मधुमेह रोगियों के लिए सेज के पत्ते बहुत उपयोगी होते हैं। यह मधुमेह को नियंत्रित करता है। कई अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि यह प्राकृतिक जड़ी-बूटी ब्लड शुगर लेवल को कम करने में काफी मददगार है। इन पत्तियों को खाने से इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है।
जड़ी-बूटी और मधुमेह के बीच की कड़ी की जांच करने वाले एक अध्ययन में पाया गया कि सेज की पत्तियों के अर्क ने एक विशिष्ट रिसेप्टर को सक्रिय करके चूहों में रक्त शर्करा के स्तर को कम कर दिया। इसके बाद मनुष्यों पर हुए और अध्ययनों ने भी इन परिणामों की पुष्टि की है। सेज के पत्ते मधुमेह को कम करने में बहुत प्रभावी होते हैं।
सेज के पत्तों के फायदे:
सेज के पत्ते न केवल शुगर को नियंत्रित करते हैं, बल्कि याददाश्त को भी बनाए रखते हैं। ये पत्तियां डिप्रेशन और अल्जाइमर जैसी बीमारियों का भी इलाज करती हैं। इसके सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और सर्दी-खांसी और बुखार जैसी मौसमी बीमारियां भी दूर होती हैं। इस पत्ते का सेवन करने से मुंह का स्वास्थ्य ठीक रहता है। फाइबर से भरपूर इस पत्ते का सेवन करने से वजन कंट्रोल में रहता है।