सरकार और अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर आ रही है। भारत की अर्थव्यवस्था में वृद्धि के संकेत दिख रहे हैं। डायरेक्ट टैक्स रेवेन्यू लगातार बढ़ रहा है। सीबीडीटी के प्रवक्ता के अनुसार, 10 मार्च तक कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह में 22.58 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और कुल प्रत्यक्ष कर राजस्व 16.68 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
कुल प्रत्यक्ष कर राजस्व में कॉरपोरेट टैक्स के साथ-साथ व्यक्तिगत आयकर भी शामिल है। वित्त वर्ष 2022-23 में पिछले साल के मुकाबले नेट रिफंड डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 13.73 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। जो 16.78 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। प्रत्यक्ष कर संग्रह की यह वसूली बजट अनुमानों का 96.67 प्रतिशत और कुल संशोधित अनुमानों का 83.19 प्रतिशत है।
1 अप्रैल 2022 से 10 मार्च 2023 तक दिए गए रिफंड का आंकड़ा रु. 2.95 लाख करोड़ पर पहुंच गया है। जो पिछले वर्ष की समान अवधि में दिए गए रिफंड से 59.44 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। कॉरपोरेट टैक्स रेवेन्यू में 13.62 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।