अनूपपुर, 16 मार्च (हि.स.)। कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने गुरुवार को गूगल मीट के माध्यबम से सीमांकन, नामांतरण, फौती नामांतरण, नक्शाग तरमीम, मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना के संबंध में अनुविभागीय दण्डाधिकारियों, तहसीलदार व नायब तहसीलदारों से प्रकरणवार समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने आशनुरूप प्रदर्शन नहीं होने पर जमकर लताड लगाते हुए सभी कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर दिए गए लक्ष्य के अनुरूप 20 मार्च तक निराकरण करने को की बात कही। जिले में सबसे खराब कोतमा व जैतहरी अनुविभाग के एसडीएम को प्रर्दशन सुधराने के निर्देश दिये।
जिले में एक वर्ष से अधिक के सभी राजस्व प्रकरणों का निराकरण अभियान चलाकर करने, सीमांकन, नामांतरण, फौती नामांतरण, नक्शाक तरमीम, मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना के संबंध में अनुविभागीय दण्डाधिकारियों, तहसीलदार व नायब तहसीलदारों से प्रकरणवार समीक्षा करते हुए सभी कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर दिए गए लक्ष्य के अनुरूप निराकरण करने को कहा है। कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को प्रतिदिन राजस्व निरीक्षक व पटवारियों के कार्यों की सघन मॉनीटरिंग के निर्देश दिए। राजस्व के लंबित प्रकरणों के निराकरण सुनिश्चित नही किया गया, तो जुर्माने की कार्यवाही की बात कहीं। कलेक्टर ने राजस्व के लंबित सीएम हेल्पलाईन प्रकरणों की संख्या के अनुरूप निराकरण नही होने पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए जमकर फटकार लगाते हुए कहा कि धीमे गति से कार्य स्वीकार नही किया जाएगा। सभी राजस्व अधिकारी कार्ययोजना के अनुसार बेहतर प्रदर्शन करें। मुख्यमंत्री भू-अधिकार योजना के तहत चिन्हांकित सभी प्रकरणों का शत-प्रतिशत लोगों को सारा एप पर प्रारूप ख की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि योजना के तहत आबादी भूमि घोषित करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके।
पुष्पबराजगढ़ की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि जिले के सबसे अधिक राजस्व प्रकरण 2 लंबित हैं इसके लिए अभियान चलाकर कार्य करें। पोटल न चलने की शिकायत पर कहा कि अतरिक्त समय में कार्य करें जब पोटल कार्य करें तभी कार्य करे ताकि समय- सीमा में प्रकरणों का निपटारा किया जा सकें। कार्य न करने वालों पर कार्यवाई करें।