सृष्टि के प्रथम शिवलिंग स्वामी मत्यगेंद्रनाथ के जलाभिषेक के लिए उमड़ा लाखों शिवभक्तों का सैलाब

चित्रकूट,08 मार्च (हि.स.)। विश्व प्रसिद्ध पौराणिक तीर्थ चित्रकूट में मन्दाकिनी नदी के रामघाट तट पर भगवान ब्रम्हा द्वारा स्थापित सृष्टि के प्रथम शिवलिंग स्वामी मत्यगेंद्रनाथ के जलाभिषेक और पूजन के लिए शिवरात्रि पर देश भर से लाखों शिव भक्तों का जमावड़ा लगा हुआ है। पतित पावनि माँ मन्दाकिनी में आस्था की डुबकी लगाने के बाद श्रद्धालु फूल और बेलपत्र आदि से राजाधिराज का अभिषेक कर रहे हैं। श्रद्धालुओं के उमड़े सैलाब को देख प्रसाशन ने मेला परिक्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए है।

आदि तीर्थ के रूप में समूचे विश्व में विख्यात भगवान श्री राम की तपोभूमि चित्रकूट में मन्दाकिनी नदी के रामघाट तट स्थित स्वामी मत्यगेंद्रनाथ (भगवान शिव) मन्दिर का गौरवशाली इतिहास है। मंदिर के पुजारी विपिन महाराज एवं भरत मंदिर के महंत दिव्य जीवनदास महाराज चित्रकूट के क्षेत्रपालक राजाधिराज भगवन शिव के प्राचीन मंदिर की महिमा का बखान करते हुए कहते हैं कि मान्यता है कि इस मंदिर में विराजमान चार शिवलिंग में से एक शिवलिंग भगवान ब्रम्हा द्वारा सृष्टि रचना से पूर्व किया गया है। इसके अलावा एक को स्थापित भगवान श्री राम ने वनवास काल के दौरान किया था।

बताया कि भगवान ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना के लिए रामघाट स्थित यज्ञदेवी अखाड़ा में यज्ञ किया था। 108 कुंडीय यज्ञ से मदमस्त हाथी की तरह झूमता हुआ एक शिवलिंग प्रकट हुआ था, जिसकी स्थापना भगवान ब्रम्हा ने मत्यगेद्रनाथ के रूप में रामघाट में की थी और उनको चित्रकूट का क्षेत्रपाल नियुक्त किया था। इसीलिए जब भगवान श्री राम यहां पर वनवास काटने आए तो उन्होंने चित्रकूट निवास के लिए स्वामी मत्यगेंद्रनाथ से आज्ञा ली थी। इसके बाद श्रीराम ने खुद उस शिवलिंग के बगल में एक शिवलिंग की स्थापना की थी। ऐसी मान्यता है कि चित्रकूट आने पर यदि किसी ने मत्यगेंद्रनाथ के दर्शन नहीं किए तो उसको कामतानाथ के दर्शन और कामदगिरि की परिक्रमा का पूर्ण लाभ नहीं मिलता है। प्राचीन शिव लिंग के पूजन और जलाभिषेक के लिए प्रतिवर्ष लाखो की संख्या में देश भर से श्रद्धालु चित्रकूट आते है।

महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य पर रामघाट स्थित राजाधिराज मत्यगेंद्रनाथ स्वामी मंदिर में धार्मिक कार्यक्रमों की धूम है। देर शाम को भोलेनाथ की भव्य बारात निकलेगी, चार प्रहर की महाआरती के साथ साथ रातभर पूजन अनुष्ठान का दौर चलेगा। उन्होंने बताया कि जो मनुष्य प्रातः काल मंदाकिनी में स्नान कर मत्यग्येंद्रनाथ का पूजन करता है, उसके सभी मनोरथ पूरे होते हैं। शिवरात्रि पर तो जलाभिषेक और दर्शन-पूजन के लिए देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में पहुंच जाती है।

वहीं शिवरात्रि के मद्देनजर डीएम अभिषेक आनंद और एसपी अरूण कुमार सिंह द्वारा मन्दाकिनी के रामघाट में सुरक्षा के चैकस इंतजाम किए गए है।पूरे मेला परिक्षेत्र में सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। वहीें अपर पुलिस अधीक्षक चक्रपाणि त्रिपाठी के नेतृत्व में खोही प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह भारी सुरक्षा बलो के साथ सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैद रहे। नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी लालजी यादव द्वारा रामघाट और कामदगिरि परिक्रमा मार्ग में साफ -सफाई और प्रकाश व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गए।