रांची, 25 सितंबर (हि.स.)। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) के कार्यकारी अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने बुधवार को कहा कि जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा कदाचार मुक्त हुई है। पहली बार प्रश्न पत्रों की डिजिटल कोडिंग की गयी थी। हर प्रश्न पत्र के ऊपरी हिस्से में क्यूआर कोड लगाया गया था। किसी तरह का कदाचार न हो इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए गए थे। परीक्षा केंद्रों में 9217 जैमर और 15236 सीसीटीवी लगाए गए थे।
कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में कुल 6,39,100 वैध आवेदन प्राप्त हुए थे। वैध आवेदनों पर प्रवेश पत्र जारी किये गये। 21 एवं 22 सितंबर को तीन पालियों में परीक्षा का आयोजन किया गया। इस परीक्षा में कुल उपस्थित उम्मीदवारों की संख्या 3,04,769 रही। उन्होंने कहा कि परीक्षा के आयोजन के लिए राज्य के सभी 24 जिलों में कुल 823 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें विद्यालय-महाविद्यालय के प्रधान केन्द्राधीक्षक नियुक्त किये गये।
कुमार ने बताया कि कुल 823 केन्द्रों पर परीक्षा कक्ष की कुल संख्या 10,917 थी, जिसमें कुल 26,671 वीक्षक नियुक्त किये गये थे। परीक्षा में आयोग के एसओपी के अनुसार जिला प्रश्नासन के जरिये कुल 824 स्टैटिक दण्डाधिकारी, 857 परीक्षा ऑबजर्वर एवं कुल 415 गश्ती दण्डाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी। सभी 24 जिला में एक-एक नोडल पदाधिकारी एवं एक-एक बजगृह प्रभारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी। उन्होंने बताया कि सभी वज्रगृह में गोपनीय सामग्रियों की निगरानी एवं अनुश्रवण के लिए लाईव सीसीटीवी लगे थे। साथ ही सभी 823 परीक्षा केन्द्रों के केन्द्राधीक्षक कक्ष/कन्ट्रोल रूम में भी लाईव सीसीटीवी लगे थे।
कुमार ने बताया कि परीक्षा संबंधी गोपनीय सामग्रियों को परीक्षा के दिन वज्रगृह से परीक्षा केन्द्र तक सील बन्द मेटल ट्रंक में सुरक्षा घेरे में पहुंचाया गया। मेटल ट्रंक की चाभी विशेष रूप से एक टेम्पर इविडेंट पैकेट में सील किया गया था। साथ ही सभी चाभियों को एक पासवर्ड प्रोटेक्टेड विशेष ट्रंक में सील किया गया था। प्रश्न पत्र को टेम्पर इविडेंट पैकेट में सील किया गया था, जिसका सील परीक्षा कक्ष में पांच उम्मीदवारों के समक्ष खोला गया। इस प्रकार प्रश्न पत्र के पैकेट को लगभग 1,00,000 उम्मीदवारों के समक्ष खोला गया था। सभी परीक्षा केन्द्रो पर परीक्षा निष्पक्ष, कदाचार रहित एवं शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ है।