झाखंड के गिरिडीह जिले (Giridih District) में नकस्लियों (Naxals Blow up Bridge) ने एक बड़े हमले को अंजाम दिया है. यहां उन्होंने धमाका करके एक पुल और मोबाइल टावर को उड़ा दिया है. घटना को रात के वक्त अंजाम दिया गया. झारखंड (Jharkhand) पुलिस ने बताया, ‘गिरिडीह जिले में डुमरी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले पुल को नकस्लियों ने बीती रात करीब 2 से 2:30 बजे के बीच में उड़ा दिया.’ जानकारी के मुताबिक, ये पुल सदर प्रखंड के अंतर्गत सिंदवरिया पंचायत में बराकर नदी पर बना हुआ था. पुल को डेटोनेटर लगाकर उड़ाया गया है.
इस धमाके के बाद पुल का एक हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त होकर गिर गया. जिसके कारण वहां से लोगों को आने-जाने में दिक्कत आ रही है. नक्सलियों के हौसले कितने बढ़ गए हैं, इस बात का अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि वह घटनास्थल से जाने से पहले एक पर्ची भी छोड़कर गए. इस पर्ची में गिरफ्तार नक्सली प्रशांत बोस (Naxal Prashant Bose) और उसकी पत्नी को अच्छी चिकित्सा देखभाल देने और 21 से 26 जनवरी के बीच प्रतिरोध मार्च सफल बनाने को कहा गया है.
नक्सली गतिविधियों में इजाफा
गिरिडीह जिले में ये घटनाएं कोई पहली बार नहीं हो रही हैं. बल्कि यहां बीते दो से तीन साल में नक्सलियों का आतंक काफी बढ़ा है. पहले जहां नक्सली केवल सुदूरवर्ती इलाकों जैसे पीरटांड़, डुमरी और भेलवाघाटी में ही अपनी इनकी घिनौनी करतूतों को अंजाम देते थे. लेकिन अब वो गिरिडीह के प्रमुख स्थानों तक पहुंच गए हैं. ये स्थिति पुलिस और प्रशासन के लिए बहुत बड़ी चिंता की बात है. नक्सलियों के आतंक से गांव वालों में खासा डर है. क्योंकि जिस पुल को ब्लस्ट करके उड़ाया गया है, वो सदर प्रखंड के अंतर्गत आता है. और इससे रोजमर्रा के काम आसान हो गए थे.
मोबाइल टावर को उड़ाया था
नक्सली घटनाओं में लगातार हो रही वृद्धि से पुलिस प्रशासन के खुफिया विभाग की लापरवाही भी सामने आ रही है. लगातार नक्सली घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, उन्हें रोक पाना मुश्किल दिख रहा है. इससे पहले 22 जनवरी को भाकपा माओवादियों ने पीरटांड़ में दो स्थानों पर बम धमाका कर दिया था. यहां मोबाइल टावर को उड़ाया गया. फिर इसके बाद नदी पर बने पुल को उड़ा दिया गया.