
News India Live, Digital Desk: India Infrastructure : आजकल भारत में आपको जहां देखिए वहां नए हाईवे बनते, पुल तैयार होते और एयरपोर्ट बनते दिखाई देंगे। कभी इन सब का सिर्फ सपना देखा जाता था, लेकिन अब केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने खुद इसकी पुष्टि की है कि पिछले एक दशक में भारत ने अपने बुनियादी ढांचे (Infrastructure) के विकास में ‘अप्रत्याशित’ तेज़ी हासिल की है! उनका कहना है कि सरकारी निवेश में ज़बरदस्त बढ़ोतरी के कारण यह सब मुमकिन हो पाया है, और इसने भारत की अर्थव्यवस्था को एक नई गति और मज़बूती दी है।
निर्मला सीतारमण ने ज़ोर देकर कहा कि पिछले दस वर्षों में केंद्र सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए जो ‘कैपेक्स’ (Capital Expenditure) या पूंजीगत व्यय बढ़ाया है, उसका परिणाम देश की सूरत में दिख रहा है। कैपेक्स का मतलब है वो पैसा जो सरकार सड़कें, रेलवे, पोर्ट्स, एयरपोर्ट्स, ऊर्जा प्लांट और अन्य बुनियादी ढांचे को बनाने में खर्च करती है। यह ख़र्च बताता है कि सरकार देश में लंबी अवधि के विकास और रोज़गार के अवसर पैदा करने के लिए कितनी गंभीर है।
कैसे हो रहा है यह ‘कायापलट’?
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तेज़ सड़कें और कनेक्टिविटी: पूरे देश में नए एक्सप्रेसवे और राष्ट्रीय राजमार्ग बन रहे हैं, जिससे यात्रा का समय कम हो रहा है और दूर-दराज के इलाकों में भी पहुँच आसान हो रही है। यह सीधे तौर पर व्यापार और लॉजिस्टिक्स को फायदा पहुंचाता है।
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आधुनिक रेलवे नेटवर्क: रेलवे में भी बड़े सुधार हुए हैं, नई वंदे भारत जैसी ट्रेनें चल रही हैं और पूरे नेटवर्क का विद्युतीकरण हो रहा है, जिससे यात्रियों और माल ढुलाई दोनों के लिए बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं।
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बढ़ते एयरपोर्ट्स और पोर्ट्स: नए एयरपोर्ट बन रहे हैं और पुराने को अपग्रेड किया जा रहा है, जिससे हवाई यात्रा सस्ती और सुलभ हो रही है। बंदरगाहों की क्षमता बढ़ाई जा रही है, जो व्यापार और निर्यात को गति देगी।
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रोज़गार के अवसर: इन सभी प्रोजेक्ट्स के निर्माण में लाखों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार मिल रहा है। इंजीनियरिंग, कंस्ट्रक्शन से लेकर अन्य संबंधित सेक्टरों में भी नौकरियां पैदा हो रही हैं।
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आर्थिक वृद्धि का आधार: मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का आधार होता है। यह निवेश आकर्षित करता है, व्यापार को आसान बनाता है, लागत घटाता है और देश को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाता है।
सीतारमण का यह बयान यह भी दिखाता है कि सरकार केवल भाषण नहीं, बल्कि वास्तविक निवेश के ज़रिए देश के भविष्य को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रही है। मजबूत बुनियादी ढांचा सिर्फ ईंट-सीमेंट नहीं, बल्कि एक आधुनिक, तेज़ी से बढ़ते भारत की कहानी है, जहाँ व्यापार करना आसान होगा, यात्रा सुविधाजनक होगी, और जीवन स्तर ऊपर उठेगा। यह सचमुच एक ऐसे भारत की तस्वीर है, जो तरक्की की राह पर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है!
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