भारत ने अभिभावकों द्वारा बच्चे के अपहरण के मामलों के लिए प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया

अमेरिका की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत उन 14 देशों में शामिल है, जो इंटरनेशनल पैरेंटल चाइल्ड एबडक्शन प्रोटोकॉल (आईपीसीए) का पालन करने में विफल रहे हैं। अमेरिकी गृह विभाग ने मंगलवार को अमेरिकी संसद में साल 2023 के लिए अपनी सालाना रिपोर्ट पेश कर दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत इस मामले में अमेरिका का सहयोग नहीं कर रहा है।

अमेरिकी संसद में पेश रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने आईपीसीए प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया है। साल 2022 में भी भारत ने इस मसले पर सहयोग नहीं किया। विशेष रूप से भारत की जांच एजेंसी अमेरिकी गृह विभाग के साथ काम करने में असफल रही है।

आईपीसीए क्या है?

एक बच्चे को उसके माता-पिता द्वारा एक दूसरे या परिवार के अन्य सदस्यों की सहमति के बिना एक देश से दूसरे देश में लाया जाना अपराध है। सीमा विवाद या एक देश के नागरिकों के साथ विवाह के कारण ऐसे मामले लगभग बढ़ रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाल अपहरण (1980) के नागरिक पहलुओं पर हेग कन्वेंशन के तहत, 96 देशों ने इस मुद्दे पर एक संधि की है। साल 2018 में ऐसे मामलों को सुलझाने के लिए भारत और अमेरिका के बीच एक आर्बिट्रेशन सेल का भी गठन किया गया था.

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