पाकिस्तानी सेना ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के इन आरोपों की निंदा की है कि आईएसआई अधिकारी मेजर जनरल फैसल नसीर उनकी हत्या की साजिश रच रहे थे। सेना ने इमरान के बयान को गैरजिम्मेदाराना बताते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।

पाकिस्तान सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने इमरान के आरोपों को मनगढ़ंत, बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, निंदनीय और अस्वीकार्य बताया है। बयान में कहा गया है कि पिछले एक साल से यह चलन रहा है कि सेना और खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों को अधिक राजनीतिक उद्देश्यों के लिए निशाना बनाया जा रहा है।

इमरान खान ने शनिवार को एक रैली को संबोधित करते हुए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक जनरल पर उनकी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था। शिवसेना ने स्पष्ट रूप से कहा है कि संगठन घोर झूठे और दुर्भावनापूर्ण बयानों और प्रचार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखता है।

 

 

खुफिया एजेंसियों को धमकाने का कृत्य बेहद निंदनीय है

उधर, सेना के बयान से पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ट्वीट कर कहा कि तुच्छ राजनीतिक लाभ के लिए पाकिस्तान की सेना और खुफिया एजेंसी को बदनाम करने और धमकी देने का इमरान नियाजी का कृत्य बेहद निंदनीय है. बिना किसी सबूत के जनरल फैसल और खुफिया एजेंसी पर आरोप लगाने की इजाजत नहीं दी जा सकती और ऐसे आरोपों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इमरान पहले भी इस तरह के गंभीर आरोप लगा चुके हैं

आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब इमरान खान ने सेना के किसी वरिष्ठ अधिकारी पर यह गंभीर आरोप लगाया है। पिछले साल नवंबर में शूटिंग के तुरंत बाद, इमरान खान ने प्रधान मंत्री शाहबाज शरीफ और आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह के साथ, जनरल नासिर पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया। गोलीबारी में इमरान के पैर में 3 गोलियां लगी हैं।