उत्तर प्रदेश में रेलवे ट्रैफिक को सुगम बनाने और यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम शुरू हो रहा है। इनमें बांदीकुई-आगरा रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण और लखनऊ में रिंग रेल परियोजना शामिल है। इन परियोजनाओं से न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि रेलवे स्टेशनों पर यात्री लोड और ट्रैफिक की समस्या भी घटेगी।
बांदीकुई-आगरा रेलवे ट्रैक दोहरीकरण
151 किलोमीटर लंबे बांदीकुई-आगरा रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों की बढ़ती संख्या के चलते पैंसेंजर और मालगाड़ियों को अक्सर रोककर एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों को प्राथमिकता दी जाती है।
- समस्या:
बार-बार स्टेशनों पर ट्रेनों को रोके जाने से यात्री यात्रा में देरी का सामना करते हैं। - समाधान:
रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण भविष्य में इस समस्या को हल करेगा, जिससे ट्रेनों की आवाजाही सुगम होगी और यात्रा का समय घटेगा। - लाभ:
दोहरीकरण के बाद इस मार्ग पर गाड़ियों की संख्या बढ़ाई जा सकेगी, और यात्रा का अनुभव बेहतर होगा।
लखनऊ रिंग रेल परियोजना: रेलवे यातायात का नया स्वरूप
लखनऊ के चारबाग और लखनऊ जंक्शन रेलवे स्टेशन पर रोजाना लगभग डेढ़ लाख यात्रियों की आवाजाही होती है। इससे चारबाग स्टेशन पर ट्रैफिक जाम और यात्री लोड की समस्या होती है। इसे कम करने के लिए रिंग रेल परियोजना लाई जा रही है।
रिंग रेल का विस्तार
रिंग रेल में 10 रेलवे स्टेशन शामिल किए जाएंगे:
- उतरेटिया
- मल्हौर
- ट्रांसपोर्ट नगर
- मानक नगर
- आलम नगर
- ऐशबाग
- सिटी स्टेशन
- डालीगंज
- बादशाहनगर
- गोमतीनगर
इन स्टेशनों को नगर यातायात के साथ बेहतर ढंग से जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रियों के लिए आवाजाही आसान होगी।
परियोजना की प्रमुख विशेषताएं
1. उतरेटिया बाईपास पर स्पीड में सुधार
- ट्रांसपोर्ट नगर से उतरेटिया तक का ट्रैक दोहरीकरण हो चुका है।
- इस खंड पर ट्रेनों की स्पीड 100 किमी/घंटा तक बढ़ाई जाएगी।
- चारबाग की 29 गैर-प्रीमियम ट्रेनों को ट्रांसपोर्ट नगर से बाईपास किया जाएगा, जिससे चारबाग स्टेशन का लोड कम होगा।
2. कानपुर रूट पर फोरलेन ट्रैक
- लखनऊ से कानपुर के बीच फोरलेन ट्रैक का निर्माण किया जाएगा।
- उन्नाव तक बाईपास लाइन बनाई जाएगी, जिससे मालगाड़ियों और अन्य ट्रेनों को कानपुर स्टेशन जाने की जरूरत नहीं होगी।
- यह बाईपास ट्रेनें सीधे दिल्ली की ओर भेजने में मदद करेगा।
3. यातायात और पहुंच में सुधार
- रिंग रेल स्टेशनों तक यात्रियों की पहुंच आसान बनाने के लिए नगरीय परिवहन जैसे सिटी बसें, मेट्रो, ऑटो, और टैंपो की व्यवस्था होगी।
- रेलवे अधिकारी नगर परिवहन और परिवहन विभाग के साथ मिलकर इस पर काम करेंगे।
लखनऊ रिंग रेल के लाभ
उत्तर रेलवे के वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक रजनीश श्रीवास्तव के अनुसार, रिंग रेल परियोजना की रूपरेखा तैयार हो चुकी है और इस पर जल्द काम शुरू होगा।
- रेलवे ट्रैफिक में सुधार:
रिंग रेल लखनऊ में रेलवे यातायात को सुगम बनाएगी। - यात्रियों को राहत:
यात्री सुविधाओं में सुधार होगा और भीड़भाड़ कम होगी। - शहर का विकास:
बेहतर कनेक्टिविटी से यातायात का प्रबंधन आसान होगा और क्षेत्र का समग्र विकास होगा।