तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो, यह सुनिश्चित किया जाए : गृह सचिव

रुद्रप्रयाग, 13 मई (हि.स.)। गृह सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो, यह सुनिश्चित किया जाए। यात्रा मार्ग के संवेदनशील क्षेत्रों और स्लाइडिंग जोन में सुरक्षा बलों के साथ उचित प्रबंधन किया जाए ताकि तीर्थयात्रियों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।

सोमवार को जिला कार्यालय में गृह सचिव दिलीप जावलकर ने केदारनाथ धाम की यात्रा के सुगम एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालन के संबंध में जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन की ओर से की जा रही व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी सौरभ गहरवार और पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे के साथ तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान सचिव गृह ने जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि तीर्थ यात्रियों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हों। इसके लिए उचित प्रबंधन किए जाएं ताकि तीर्थ यात्रियों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या का सामना न करना पड़े।

उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में सभी तीर्थयात्रियों को दर्शन की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यात्रा मार्ग के संवेदनशील क्षेत्रों एवं स्लाइडिंग जोन में सुरक्षा बलों के साथ उचित प्रबंधन किया जाए ताकि तीर्थ यात्रियों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने यातायात व्यवस्था को भी सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। यात्रियों की संख्या के मद्देनजर सोनप्रयाग और गुप्तकाशी से पहले ही यात्रा को मैनेज किया जाए ताकि यात्रा मार्ग में जाम जैसी स्थिति न होने पाए।

गृह सचिव ने कहा कि केदारनाथ धाम की यात्रा उत्तराखंड की मुख्य यात्रा है। कपाट खुलने के अवसर पर श्रद्धालुओं की संख्या बड़ी मात्रा में होती है। कपाट खुलने के अगले एक से दो सप्ताह में तथा सप्ताह के अंतिम दिनों में धाम पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या में बहुत वृद्धि होती है। इस तरह से देखा जाए तो करीब 70-75 प्रतिशत यात्रा शुरुआती डेढ़ महीने में पूरी हो जाती है। इसी के दृष्टिगत प्रशासनिक स्तर पर अधिक तैयारियों की आवश्यकता होती है। इसके अलावा यात्रा की दृष्टि से विपरीत मौसम में शासन स्तर से अधिक ध्यान दिए जाने की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि अन्य सामान्य दिनों में सुचारु यात्रा के लिए जिला प्रशासन द्वारा बेहतर प्रबंधन किए गए हैं।

उन्होंने केदारनाथ की यात्रा को वर्तमान में पूर्णतः सुरक्षित बताते हुए कहा कि जनपद में कम्युनिकेशन को काफी अपडेट किया गया है। साथ ही अन्य व्यवस्थाओं में भी सुधार किया गया है। यात्रा के सफल संचालन के लिए जिला प्रशासन की ओर से अतिरिक्त पीआरडी की मांग पर शासन स्तर पर कार्रवाई की जानी है।

सीसीटीवी कंट्रोल रूम का लिया जायजा-

गृह सचिव ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय का भी निरीक्षण कर यात्रा व्यवस्थाओं एवं मैनेजमेंट के लिए तैयार किए गए सीसीटीवी कंट्रोल रूम का जायजा लिया। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए कि यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक सुरक्षा व्यवस्थाओं का उचित प्रबंधन किया जाए तथा धाम में पहुंच रहे श्रद्धालुओं को सुगमता के साथ दर्शन कराए जाएं। सचिव ने सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किए सुरक्षा बलों के बारे में भी जानकारी ली।

सात नई पार्किंग तैयार-

जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने कहा कि केदारनाथ यात्रा को सिरोबगड़ से लेकर सोनप्रयाग तक 07 सेक्टर बनाए गए हैं। गौरीकुंड से केदारनाथ ट्रैक रूट को 07 सेक्टरों में विभाजित किया गया है, जिसमें कार्मिकों की तैनाती की गई है। यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सीतापुर व सोनप्रयाग पार्किंग के अलावा 07 नई पार्किंग तैयार की गई हैं। यात्रा मार्ग में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की गई हैं। जिलाधिकारी ने यह भी अपेक्षा की कि सोनप्रयाग और सीतापुर सहित अन्य पार्किंग स्थलों में पार्किंग फुल होने की दशा में तीर्थ यात्रियों को हरिद्वार, ऋषिकेश में ही ट्रैफिक को व्यवस्थित किया जाए।

जनपद में 65 सीसीटीवी कैमरे-

पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे ने बताया कि जनपद में 05 थाने अवस्थित हैं और केदारनाथ यात्रा मार्ग में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। केदारनाथ यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए ट्रैक रूट पर 16 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जिनका पूरा डिस्प्ले कंट्रोल रूम से कड़ी निगरानी रखी जा रही है और किसी भी प्रकार की भीड़ होने पर उसे त्वरित गति से मैनेज किया जा सके। उन्होंने कहा कि यात्रा मैनेज करने के लिए पूरे जनपद में 65 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जीएस खाती, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, उप जिलाधिकारी आशीष घिल्डियाल सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।