कानपुर, 22 मार्च(हि.स.)। खेती में उन्नत तकनीक और आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रयोग कर कम लागत में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। यह जानकारी शुक्रवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र डॉ.विजय कुमार यादव ने कही।
इस मौके पर चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के दलीप नगर स्थित प्रक्षेत्र पर जापानी कंपनी कुबोटा द्वारा निर्मित पैडी ट्रांसप्लांटर हस्त चालित एवं पॉवर चालित मशीन से ग्रीष्मकालीन धान की रोपाई का सजीव प्रदर्शन किया गया।
उन्होंने कहा कि हाथ से रोपाई की तुलना में इन मशीनों से कम समय में अधिक क्षेत्रफल में धान की रोपाई हो जाती है। डॉक्टर यादव ने कहा कि ग्रीष्मकालीन धान की खेती में लागत कम और उत्पादन प्रति हेक्टेयर अधिक होता है।
उन्होंने बताया कि इस मशीन द्वारा ढाई से तीन एकड़ खेत की 8 घंटे में रोपाई हो जाती है।जबकि मैनुअल 8 घंटे में पांच श्रमिकों द्वारा एक एकड़ खेत की रोपाई हो पाती है। उन्होंने बताया कि इस मशीन से 2200 से 2500 रुपये प्रति एकड़ खर्च आता है जबकि मैन्युअल रोपाई करने में 4500 से 5000 प्रति एकड़ खर्च आता है।
उन्होंने बताया कि इस विधि से ढाई से तीन कुंतल प्रति एकड़ धान का उत्पादन अधिक होता है। डा.यादव ने बताया कि पैडी ट्रांसप्लांटर से धान की रोपाई करने में निश्चित तौर पर प्रदेश व देश के किसानों को प्रति हेक्टेयर अधिक लाभ होगा। क्योंकि समय व रूपये दोनों की बचत होगी। सीएसए के दलीप नगर स्थित प्रक्षेत्र पर जापानी कंपनी कुबोटा द्वारा निर्मित पैडी ट्रांसप्लांटर हस्त चालित एवं पॉवर चालित मशीन से ग्रीष्मकालीन धान की रोपाई का सजीव प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर डॉक्टर अजय कुमार यादव,डॉक्टर राजेश राय,डॉक्टर मिथिलेश वर्मा, डॉक्टर खलील खान,डॉक्टर निमिषा अवस्थी,प्रक्षेत्र अधीक्षक प्रमोद कुमार यादव तथा जापानी कंपनी कुबोटा के वी पी सिंह, सुरेश कुंडू एवं उनकी टीम सहित शुभम् यादव,गौरव शुक्ला तथा महिला एवं पुरुष प्रगतिशील किसानों ने सहभागिता की।