रांची, 13 मई (हि.स.)। झारखंड हाई कोर्ट में देवघर एम्स में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर सांसद निशिकांत दुबे की जनहित याचिका की सुनवाई सोमवार को हुई। मामले में राज्य सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि देवघर एम्स के फायर फाइटिंग के लिए फिनलैंड देश से हाइड्रोलिक मशीन के लिए टेंडर दिया गया है। यह मशीन एम्स के आवश्यकता अनुसार 24 तल्ला में आग बुझाने में सक्षम रहेगी। कंपनी ने इस मशीन की आपूर्ति के लिए डेढ़ साल का समय दिया है। संभव है कि अगले साल नवंबर दिसंबर तक यह मशीन एम्स को मिल सकेगी।
कोर्ट ने राज्य सरकार को यह भी कहा कि फिनलैंड देश से हाइड्रोलिक मशीन के लिए टेंडर के संबंध में पत्राचार कर केंद्र सरकार को भी जानकारी दी जाए, ताकि केंद्र सरकार के पहल पर देवघर एम्स को फिनलैंड से हाइड्रोलिक मशीन की आपूर्ति जल्द से जल्द हो सके।
याचिकाकर्ता की ओर से कोर्ट को बताया गया कि फिनलैंड से हाइड्रोलिक मशीन के आने में करीब डेढ़ साल का समय लगेगा लेकिन इसके लिए राज्य सरकार की ओर से देवघर एम्स में फायर फाइटिंग के लिए तात्कालिक रूप से 4500 लीटर का टैंक बनाया गया है वह आग बुझाने के लिए पर्याप्त नहीं है।
केंद्र सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि देवघर एम्स के कर्मियों के बच्चों के लिए सेंट्रल स्कूल मनाने के लिए झारखंड सरकार को जमीन देना है। इसे लेकर केंद्र सरकार के द्वारा मिनिस्ट्री आफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर से अप्रूवल लिया जाएगा। क्योंकि, जमीन उनके नाम पर ट्रांसफर होता है। राज्य सरकार की ओर से सेंट्रल स्कूल के जमीन ट्रांसफर को लेकर अप्रैल माह में केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया है। अप्रूवल मिलने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। कोर्ट ने मामले में राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार को शपथ पत्र दाखिल करने का निर्देश दिया है।